न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): मणिपुर के नोनी जिले (Noni district of Manipur) में अंडर कंस्ट्रक्शन रेलवे साइट के मलबे में 14 लोगों की मौत हो गयी और मौके पर कई अन्य लोगों के फंसे होने की आशंका है। मामले पर डीजीपी पी डौंगेल (DGP P Dongel) ने कहा कि- “मलबे से अब तक 23 लोगों को निकाला गया, जिनमें से 14 की मौत हो गयी। मलबे में दबे लोगों की तलाश जारी है। कितने दबे हुए हैं अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है, लेकिन अभी तक घटना में गांववालों, सेना, रेलवेकर्मियों और मजदूरों समेत 60 लोगों के दफन होने की बात सामने आ रही है।”
रात के दौरान खोज अभियान जारी रहा और घटना स्थल तक पहुंच बनाने और बचाव प्रयासों में मदद करने के लिये दर्जनों इंजीनियरिंग उपकरणों को तैनात किया गया है। जिरीबाम (Jiribam) से इंफाल (Imphal) तक अंडर कंस्ट्रक्शन रेलवे लाइन की सुरक्षा के लिये नोनी जिले के तुपुल रेलवे स्टेशन (Tupul Railway Station) के पास तैनात भारतीय सेना की 107 प्रादेशिक सेना (Territorial Army) की कंपनी साइट के पास बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात को लैंड स्लाइडिंग हुई।
भारतीय सेना असम राइफल्स (Assam Rifles) और प्रादेशिक सेना के जवानों ने खराब मौसम के बावजूद नोनी जिले के टुपुल रेलवे स्टेशन इलाके में भूस्खलन प्रभावितों को बचाने के लिये बचाव अभियान जारी रखा। आधिकारिक बयान में कहा गया है कि भारतीय रेलवे, नागरिक प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और नोनी जिले के स्थानीय लोग भी तलाशी अभियान में सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते गुरूवार (30 जून 20200) को मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह के साथ मणिपुर में लगातार बारिश की वज़ह से हुई भूस्खलन की स्थिति की समीक्षा की और केंद्र सरकार से हर संभव मदद देने का भी आश्वासन दिया। बता दे कि नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर रेलवे (North-East Frontier Railway) सीपीआरओ ने कहा कि लगातार बारिश की वज़ह से हुए भूस्खलन से जिरीबाम-इंफाल नई लाइन परियोजना के तुपुल स्टेशन की इमारत को भारी नुकसान पहुंचा है।
मामले पर एनएफ रेलवे सीपीआरओ ने कहा, “भूस्खलन से ट्रैक का निर्माण भी अटक गया है, शिविर में रहने वाले निर्माण श्रमिकों का बचाव अभियान जारी है।” बचाव और खोज अभियान के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Union Railway Minister Ashwini Vaishnav) से भी बात की। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की दो और टीमें तुपुल के रास्ते में हैं। शाह ने कहा कि घटना स्थल पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के जवानों के साथ बचाव अभियान जारी है, जो बुधवार आधी रात को हुआ था जब भूस्खलन निर्माण शिविर में आया। मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने दुर्भाग्यपूर्ण भूस्खलन के हालातों का जायजा लेने के लिये तुपुल का दौरा किया।