न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार की मुश्किलें और बढ़ती दिख रही हैं क्योंकि आज (21 जून 2022) शिवसेना (Shiv Sena) के 15 से ज़्यादा विधायक पार्टी की ‘पहुंच से दूर’ हो गये। सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र एमएलसी चुनावों में संदिग्ध क्रॉस वोटिंग (Cross Voting) के एक दिन बाद शिवसेना के प्रमुख नेता और राज्य के कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे (Cabinet Minister Eknath Shinde) कथित तौर पर पार्टी के कई विधायकों के साथ सूबे में नदारद दिखे। सूत्रों के मुताबिक उन्हें विधायकों के साथ गुजरात के सूरत (Surat in Gujarat) के एक होटल में देखा गया।
मामले पर शिवसेना नेता संजय राउत ने भी घटनाक्रम की पुष्टि की और कहा, “एकनाथ शिंदे और शिवसेना के कुछ विधायक मौजूदा हालातों में पहुँच से बाहर हैं। एमवीए सरकार (MVA Govt.) को गिराने की कोशिश की जा रही हैं लेकिन भाजपा को ये याद रखना होगा कि महाराष्ट्र राजस्थान या मध्य प्रदेश से बहुत अलग है। मैं एकनाथ शिंदे जी को जानता हूं, वो सच्चे शिव सैनिक हैं। वो बिना किसी शर्त के लौटेंगे। मैंने सुना है कि हमारे विधायक गुजरात के सूरत में हैं और उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा है। लेकिन वो निश्चित रूप से लौटेंगे। वो सभी शिवसेना के प्रति समर्पित हैं। मुझे विश्वास है कि हमारे सभी विधायक लौट आयेगें और सब कुछ ठीक हो जायेगा।’
राउत ने आगे कहा कि पार्टी पहुँच से बाहर हुए विधायकों के संपर्क में है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार (Nationalist Congress Party supremo Sharad Pawar) से भी बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा, “हम अपने विधायकों के संपर्क में हैं, जो अभी सूरत में हैं। हम उद्धव ठाकरे जी और पवार साहब के साथ मौजूदा हालातों पर चर्चा कर रहे हैं।”
बता दे कि शिंदे शिवसेना में बड़ी भूमिका हैं और उन्होंने ठाणे क्षेत्र में संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभायी है। बाल ठाकरे (Bal Thackeray) के वफादार एकनाथ शिंदे, जो कथित तौर पर महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार से नाराज हैं, आज सूरत में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। घटनाक्रम निश्चित रूप से उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार के लिये चिंता का सब़ब बनता दिख रहा है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज (21 जून 2022) शिवसेना के सभी विधायकों की तत्काल बैठक बुलाई है। सभी विधायकों को बैठक में मौजूद रहने के लिए सख्ती से कहा गया है।
शिवसेना के भाजपा से अलग होने के बाद शिंदे को 2014 में महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाया गया था। बाद में उन्हें एमवीए सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। हालांकि शिंदे एमवीए सरकार के गठन के बाद से खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं। उनके बेटे श्रीकांत शिंदे कल्याण लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस बीच कांग्रेस नेताओं ने पार्टी नेता बालासाहेब थोराट (Balasaheb Thorat) के आधिकारिक आवास रॉयल स्टोन बंगले मुंबई में मुलाकात की, इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण (Former Chief Minister Ashok Chavan) भी शामिल हुए।
महाराष्ट्र कांग्रेस नेता नाना पटोले (Congress leader Nana Patole) ने कहा कि, “भाजपा अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल करती है। वो भारतीय लोकतंत्र को स्याह गड्ढ़े में फेंकने का काम करती है। मुझे यकीन है कि सच्चाई की जीत होगी। मैंने आज महाराष्ट्र कांग्रेस (Maharashtra Congress) के सभी नेताओं की बैठक बुलाई है।”
दूसरी ओर महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल (Maharashtra BJP chief Chandrakant Patil) ने शिवसेना नेता संजय राउत (Shiv Sena leader Sanjay Raut) पर कटाक्ष किया और कहा कि राउत के कारण राजनीतिक उथल-पुथल पैदा हुई है। चंद्रकांत पाटिल ने मीडिया के सामने कहा कि- “संजय राउत के भड़काने वाले बयानों से ही उनकी पार्टी में समस्यायें पैदा हुई हैं। लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। एकनाथ शिंदे की बगावत एक मिसाल है। संजय राउत को विनम्रता से बोलना चाहिये। उन्हें हर मामले पर बेलगाम बोलने की बचने की जरूरत है।
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के दिल्ली दौरे के बारे में पूछे जाने पर पाटिल ने कहा, “ये हमारी परंपरा है कि चुनाव जीतने के बाद हमें अपने राष्ट्रीय नेताओं के पास मिठाई बांटने की जाते है। देवेंद्र फडणवीस हमारी पार्टी की ओर में मिठाई बांटने की परंपरा निभाने गये हैं।” महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी सभी घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रख रही है।
चंद्रकांत पाटिल ने आगे कहा कि “हम घटनाओं के मोड़ को बारीकी से देख रहे हैं। ये कहना थोड़ा जल्दबाजी होगी कि इससे कोई भी बदलाव आयेगा। हमें इसे बहुत पैनी निगाहों से देखना होगा। हम हालातों को लगातार आक रहे हैं,”।
महाराष्ट्र विधान परिषद (Maharashtra Legislative Council) में विपक्ष के नेता प्रवीण दारेकर ने कहा कि भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी है और देवेंद्र फडणवीस लोकप्रिय नेता हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि एमवीए सरकार लोगों के लिये काम नहीं करती है, इसलिए चीजों को ठीक करना उनकी पार्टी का कर्तव्य है।
मामले पर बेबाक बयान देते हुए प्रवीण दारेकर (Praveen Darekar) ने कहा कि- “महाराष्ट्र के लोगों के लिये जो सही होगा व किया जायेगा। सत्ता से ज्यादा लोगों का हित अहम है। अगर महाराष्ट्र के लिये इसकी जरूरत है तो ऐसा आंदोलन हो सकता है। यहां भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है और देवेंद्र फडणवीस लोकप्रिय नेता हैं। एमवीए सरकार ने 2.5 सालों में आम जनता के लिये क्या किया है? चीजों को ठीक करना हमारा कर्तव्य है। हम महाराष्ट्र की परवाह करते हैं, वो सत्ता की परवाह करते हैं, जब मौजूदा अटकलों के बारे में प्रवीण दारेकर से पूछा गया तो उन्होनें कहा कि- भाजपा जल्द ही राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। एमवीए सरकार जनहित में कुछ नहीं कर सकी। लोग और जनप्रतिनिधि असंतुष्ट हैं। एमएलसी चुनावों में हमारे सभी 5 उम्मीदवार जीते। इससे बहुत कुछ साफ हो जाता है।