न्यूज़ डेस्क (शौर्य यादव): दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के स्पेशल सेल और मिलिट्री इंटेलिजेंस यूनिट (Military Intelligence Unit) के जॉइंट ऑप्रेशन (Joint Operation) में तीन पाकिस्तानी जासूस (Pakistani espionage) धर दबोचे गए। भारतीय अधिकारियों ने पाकिस्तान दूतावास को आपत्ति पत्र लिखते हुए, तीनों को 24 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश जारी कर दिया। भारतीय पक्ष के मुताबिक- तीनों की गतिविधियां राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ है। जिसे देखते हुए तीनों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया। ऐसे में पाकिस्तानी दूतावास को ये सुनिश्चित करना होगा कि- उनका कोई भी कर्मचारी पद का दुरुपयोग करते हुए भारत विरोधी गतिविधियों का हिस्सा न बने। जांच में खुलासा हुआ है कि, पकड़े गए आरोपियों में से दो शख्स पिछले 5 सालों से फर्जी भारतीय पहचान पत्रों की मदद से संदिग्ध लोगों से मिला करते थे। इसके साथ ही दोनों पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को भारतीय रक्षा तैयारियों से जुड़े इनपुट्स भी उपलब्ध करवाते थे।
फिलहाल दिल्ली पुलिस ने इनके पास से कुछ दस्तावेज बरामद किए। जिनकी जांच जारी है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस इनके जासूसी नेटवर्क में काम करने वाले दूसरे लोगों को भी तलाश रही है। अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत तीनों की गिरफ्तारी नहीं की जा सकती। बीते कई दिनों से मिलिट्री इंटेलिजेंस यूनिट, दिल्ली पुलिस को इनसे जुड़ी जानकारियां मुहैया करवा रही थी। मामला सामने आने पर स्पेशल सेल की टीम सबूत इकट्ठा करने के लिए इनके पीछे लगी हुई थी।
हालांकि इससे पहले भी पाकिस्तानी दूतावास से भारत में जासूसी करने की खबरें सामने आती रही है। घाटी में अलगाववादियों को फंडिंग मुहैया करवाने में इनकी अहम भूमिका रही है। हाल ही में एक सुरक्षा बल कर्मी को भारत के खिलाफ जासूसी करने के लिए पाकिस्तान से फोन आया था। पाकिस्तान के नापाक इरादे के खिलाफ पुलिस और खुफिया एजेंसियों की मुस्तैदी से इन लोगों की गिरफ्तारी मुमकिन हुई। ऐसे में पाकिस्तान जासूसी करवाने के दूसरे रास्ते जरूर तलाशेगा।