न्यूज़ डेस्क (गुरुग्राम): बुधवार को गुरुग्राम के सेक्टर 44 में फोर्टिस अस्पताल (Fortis Hospital) के ICU में वेंटिलेटर पर भर्ती एक 21 वर्षीय तपेदिक रोगी (tuberculosis patient) के साथ कथित तौर पर स्टाफ के एक सदस्य ने बलात्कार किया। दुष्कर्म की घटना के बाद बायकाट की फेहरिस्त में #BoycottFortis भी जुड़ गया है। यूज़र्स ट्विटर पर फोर्टिस हॉस्पिटल को बायकाट करने के मांग कर रहे है।
पुलिस ने कहा कि मरीज को मंगलवार को होश आया और उसने अपने पिता को घटना की जानकारी एक हस्तलिखित नोट (handwritten note) के माध्यम से दी। तब परिवार ने पुलिस से संपर्क किया और मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने कहा कि परिवार को संदेह है कि यह घटना 21 अक्टूबर के बीच हुई थी जिस समय उसे भर्ती कराया गया था। पीड़िता को 27 अक्टूबर को होश आया वह अभी भी अस्पताल में उपचाराधीन है।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता महेंद्रगढ़ की निवासी है और उसे सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत के बाद अस्पताल लाया गया था। पुलिस ने कहा कि तपेदिक के लिए उसका इलाज चल रहा है और घटना के दौरान पीडिता आईसीयू के एक निजी कमरे में isolation में थी।
पुलिस (मुख्यालय) की सहायक आयुक्त उषा कुंडू ने कहा कि मरीज के पिता मंगलवार को उससे मिलने गए थे, और उसने लिखित संदेशों के माध्यम से अपने पिता को समझाने की कोशिश की कि उसके साथ बलात्कार हुआ है।
उषा कुंडू ने कहा कि “अस्पताल ने आंतरिक जांच की और कथित अपराध के बारे में हमें परिवार के सदस्यों द्वारा सूचित किया गया, जिसके बाद हमने सुशांत लोक पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (2) (ई) के तहत मामला दर्ज किया है। हमने संदिग्ध की पहचान कर ली है लेकिन उसे गिरफ्तार करना बाकी है।
कुंडू ने कहा कि महिला ने अपने पिता को विकास नाम के व्यक्ति के बारे में बताया जिसके बाद उन्होंने संदिग्ध व्यक्ति की पहचान की गई। विकास गैर-चिकित्सा, आउटसोर्स कर्मचारी है।
कुंडू ने कहा कि उन्होंने सीसीटीवी फुटेज बरामद की हैं और वार्ड में तैनात कर्मचारियों से पूछताछ की है जिसके बाद यह पता चला कि संदिग्ध आउटसोर्स है और गैर-चिकित्सा कर्मचारी है। हम संदिग्ध को गिरफ्तार करने से पहले सभी विवरणों का सत्यापन कर रहे हैं।
पुलिस ने कहा कि पीडिता अपना बयान को दर्ज कराने के लिए अयोग्य है और उसे अस्पताल में प्रवेश के अगले दिन से ही वेंटिलेटर पर रखा गया था।
पुलिस आयुक्त केके राव ने कहा, “नागरिक अस्पताल के डॉक्टरों के एक बोर्ड ने बुधवार को एक चिकित्सा जांच की थी और अस्पताल में रोगी को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है।”
गौरतलब है कि फोर्टिस अस्पताल ने एक बयान में कहा: “रोगी 21 अक्टूबर 2020 को गंभीर श्वसन लक्षण और मामूली तपेदिक (tuberculosis) के साथ अस्पताल लाया गया था जिसके बाद उसे आईसीयू में भर्ती किया गया था। पीडिता अस्पताल में प्रवेश के दूसरे दिन से ही वेंटिलेटर पर है। प्रवेश के छह दिन बाद, रोगी ने आरोप लगाया है कि प्रवेश के दिन अस्पताल परिसर में उसके साथ दुष्कर्म किया गया है। शिकायत के तुरंत बाद, पुलिस को तुरंत सूचित किया गया है। अस्पताल अधिकारियों के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रहा है और सभी जानकारी / विवरण प्रस्तुत कर रहा है। ”