न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): साल 2020 के खत्म होते ही कोरोना (Corona) के खिलाफ कारगर वैक्सीन (Vaccine) का इंतज़ार पूरी दुनिया को है। अमेरिकी और जर्मन जुगलबंदी ने इस मामले में 90 फीसदी कारगर वैक्सीन खोजने का दावा किया है। ये टीका अमेरिकी फॉमास्यूटिकल कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक (American pharmaceutical company Pfizer and German company BioNotech) ने संयुक्त रूप से मिलाकर खोजा है। वैक्सीन विकसित करने वाली टीम का दावा है कि, ये उन लोगों पर भी अपना असर दिखा रही है, जिनमें कोरोना के इंफेक्शन है, लेकिन उनमें संक्रमण के पारम्परिक लक्षण नहीं उभरते है।
फाइजर कंपनी के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अल्बर्ट बौरला (Dr. Albert Baurla, President and Chief Executive Officer of Pfizer Company) ने इस मौके पर कहा कि- ये इंसानियत और विज्ञान के लिए काफी अहम दिन है। हमारे द्वारा विकसित वैक्सीन ट्रायल के तीसरे दौर से गुजर रही है। पहले बैच से आये नतीज़ों ने हमारे हौंसलों को काफी बढ़ा दिया है। वायरस पर लगाम कसने के लिए इसने शुरूआती असर दिखा दिया है। हमें ये कामयाबी ऐसे वक़्त में मिली है। जब पूरी दुनिया को इसकी दरकार है। फिलहाल पूरी दुनिया में इंफेक्शन के बेतहाशा मामले सामने आ रहे है। संक्रमण के इन रिकॉड्स की वज़ह से सभी अस्पतालों और जांच केन्द्रों पर मरीज़ो का दबाव बढ़ता जा रहा है। वायरस की चपेट में इंसानों के अलावा कई मुल्कों की माली हालत भी आ गयी है।
फाइजर द्वारा विकसित वैक्सीन की तीसरे ट्रायल में करीब 43 हज़ार लोगों को शामिल किया गया है। दूसरी ओर टाटा ग्रुप की हेल्थकेयर यूनिट टाटा मेडिकल एंड डायग्नोस्टिक्स ने भी इंफेक्शन के खिलाफ मोर्चा संभाला लिया है। कंपनी की ओर से आज कोविड-19 टेस्ट किट का अनावरण किया गया है। जिसके सटीक नतीज़े 90 मिनट के भीतर आ जाते है। कंपनी के मुताबिक इस किट को अगले महीने की शुरूआत के साथ सभी अस्पतालों और टेस्टिंग लैब्स को उपलब्ध करवा दिया जायेगा। टाटा ने इस टेस्ट किट की मैन्युफैक्चरिंग इकाई चेन्नई में लगाई है। जिसकी क्षमता एक महीने में 10 लाख टेस्ट किट तैयार करने की है। इस किट को टाटा एमडी चेक नाम दिया गया। काउंसिल आफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च और इंस्टिट्यूट ऑफ़ जिनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (Council of Scientific and Industrial Research and Institute of Genomics and Integrative Biology) इसे संयुक्त रूप से विकसित किया है।
TMD (Tata Medical and Diagnostics) को टाटा एमडी के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की मंजूरी हासिल हो चुकी है। जल्द ही इसके वितरण के लिए डायग्नोस्टिक कंपनियों, लैबोरेट्री और हॉस्पिटल चेन से औपचारिक समझौता किया जायेगा।