Kangana Ranaut on #CitizenshipAct: When you protest, the first thing that’s imp is that you don’t turn violent. In our population, only 3-4% ppl pay tax, others are actually dependent on them. So, who gives you the right to burn buses, trains & to create ruckus in the country? pic.twitter.com/NOUgiHGWhT— ANI (@ANI) December 23, 2019
हिंसा और पब्लिक प्रोपर्टी को नुक़सान पहुँचाना तो हर हाल में ग़लत है, यह इंसानियत और क़ानून दोनो के ख़िलाफ़ है. ..
पर यह देश सिर्फ़ 3% लोगों के टैक्स पर dependent नहीं है. एक सामान्य नौकरीपेशा, यहाँ तक कि एक दिहाड़ी मज़दूर से लेकर अरबपति तक, देश में हर आदमी टैक्स देता है. 1/3 https://t.co/nCHv3tnX4e— Manish Sisodia (@msisodia) December 24, 2019
अपने अगले ट्विट में मनीष सिसोदिया लिखते है कि मज़दूर भी जब बाज़ार से माचिस या नमक की थैली ख़रीदकर लाता है तो टैक्स समेत क़ीमत देकर आता है।
एक दिहाड़ी मज़दूर भी जब बाज़ार से माचिस या नमक का पैकेट ख़रीदकर लाता है तो टैक्ससहित क़ीमत देकर आता है. चंद अरबपतियों से मिलने वाला इनकम टैक्स ही केवल टैक्स नहीं होता है.2/3
— Manish Sisodia (@msisodia) December 24, 2019
अपने अगले ट्विट में मनीष सिसौदिया लिखते है कि एक फिल्म सितारे की कमाई में मजदूर का भी इतना ही योगदान होता है जितना की किसी करोड़पति का।
और हाँ! एक सामान्य दिहाड़ी मज़दूर भी…जब सिनेमा देखने जाता है तो …फ़िल्मी सितारों की करोड़ों की कमाई में योगदान भी देता है और इस देश के लिए टैक्स भी देता है. अब सोचिए कौन किस पर dependent है?
3/3— Manish Sisodia (@msisodia) December 24, 2019
इसी दौरान कंगना ने CAA के मुद्दे पर अपने विचार भी मीडिया के सामने रखे। जिसका वीडियों उनकी बहन रंगोली चंदेल ने सोशल मीडिया पर डाला।
This is what Kangana has to say about on going strikes and CAA 🙏 pic.twitter.com/DwcQFbivdR— Rangoli Chandel (@Rangoli_A) December 23, 2019