न्यूज़ डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): हाथरस सामूहिक बलात्कार मामला (Hathras Gang rape Case) दिनोंदिन तूल पकड़ता जा रहा है। अब राहुल गांधी एक बार फिर हाथरस की ओर रूख़ करने जा रहा है। कांग्रेस नेता केसी वेणु गोपाल (Congress leader KC Venu Gopal) ने ट्विटकर जानकारी साझा करते हुए बताया कि, राहुल गांधी पीड़िता मनीषा बाल्मीकि के परिजनों से मिलने जा रहे है। उनका काफिला डीएनडी से वाया यमुना एक्सप्रेस वे (Yamuna Expressway) होते हुए हाथरस पहुँचेगा। जैसे ही ये जानकारी यूपी पुलिस के संज्ञान में आयी तो नोएडा पुलिस ने कहा कि राहुल गांधी को उत्तर प्रदेश की सीमा में घुसने नहीं दिया जायेगा उन्हें डीएनडी पर ही रोक दिया जायेगा।
केसी वेणुगोपाल ने अपने दूसरे ट्विट में लिखा कि- राहुल गांधी की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिजनों से बात करके शोक सांत्वना देगा। साथ ही जल्द ही न्याय के लिए यूपी सरकार से गुहार भी लगायेगा। कांग्रेसी कवायद का प्रतिरोध करने के लिए यूपी पुलिस की ओर से डीएनडी, यूपी गेट और दिल्ली से लगे सभी एन्ट्री-एक्जिट प्वाइंट्स पर भारी नाकेबंदी (Heavy blockade at entry-exit points) के साथ बैरिगेटिंग कर दी गयी है। कयास लगाये जा रहे है कि यूपी पुलिस की नाकेबंदी और चेकिंग से भारी जाम लग सकता है।
अगर राहुल और उनके समर्थक नहीं मानते है तो बीते बृहस्पतिवार की तरह यूपी पुलिस और उनके बीच एक बार फिर से झड़प के आसार बन सकते है। तब सैकड़ों कांग्रेस युवा कार्यकर्ताओं को डीएनडी पार करने के बाद यमुना एक्सप्रेस वे पर जाने से रोक दिया गया था। उस दौरान राहुल गांधी के साथ धक्कामुक्की हुई थी। ग्रेटर नोएडा पुलिस (Greater Noida Police) ने राहुल गांधी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (Section 188 of the Indian Penal Code) के तहत मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत तकरीबन 154 लोगों को भी इस मामले में नामजद किया गया है। फिलहाल यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर यूपी पुलिस की तैनाती को बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही गाज़ीपुर बॉर्डर, भोपुरा बॉर्डर, लोनी बॉर्डर पर भी अतिरिक्त पुलिस टुकड़ियों की तैनाती कर दी गयी है।
पिछले दिनों सड़क पर उतरे राहुल गांधी के संघर्ष को सोशल मीडिया पर जमकर सराहा गया था। कई लोगों ने राहुल और प्रियंका गांधी के ज़मीनी जुझारूपन को काफी पसन्द किया। ऐसे में कांग्रेसी सिपहसालारों की सलाह मानते हुए राहुल दुबारा ये कदम उठाने जा रहे है। इससे उन छवि को फायदा तो होगा ही साथ ही पॉलिटिकल माइलेज (Political mileage) मिलेगी सो अलग।
मामले में यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर (UP ADG Law & Order), हाथरस डीएम, हाथरस एडिशनल डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका काफी संवेदनहीन और लापरवाह रही है। फॉरेंसिंक रिपोर्ट का हवाला देकर सामूहिक बलात्कार का बात को नाकारा जा रहा है। जबकि पीड़िता का सोशल मीडिया पर अंतिम इकबालिया बयान (Victim’s last confession) जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें वो मरने से पहले खुद सामूहिक बलात्कार की बात कह रही है। प्रेस के सामने यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने सामूहिक बलात्कार की बात को मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर खाऱिज करके यूपी पुलिस और जिला प्रशासन की विश्वसनीयता को समाप्त कर दिया है। मीडिया और विपक्ष के बढ़ते दबाव के कारण यूपी पुलिस ने हाथरस के एसपी, डीएसपी, समेत पाँच पुलिस वालों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही निलंबित किये गये सभी लोगों को नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट (Narco and polygraph test) से भी गुजरना होगा। दिलचस्प ये भी है कि उमा भारती ने माना है कि हाथरस प्रकरण से योगी सरकार की छवि धूमिल हुई है। साथ ही उन्होनें योगी आदित्यनाथ से निवेदन किया कि नेताओं और मीडिया को पीड़िता के परिवार से मिलने दिया जाये।