नई दिल्ली (शौर्य यादव): कोरोना वायरस की वैक्सीन के मसले (Corona Vaccine) अपने विचार रखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Health Minister Dr. Harsh Vardhan) ने भरोसा जताते हुए कहा कि अगले साल के आगाज के साथ देश को दो कोरोना वैक्सीन हासिल होने के पूरे आसार है। स्वास्थ्य मंत्री मंत्रियों के समूह की 21वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उनके साथ नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Civil Aviation Minister Hardeep Singh Puri) और विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज करवायी। स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक दो अलग-अलग स्रोतों से ये संभावित टीके हासिल हो सकते है। विशेषज्ञों की टीम वैक्सीन के स्टोरेज, लॉजिस्टिक और स्वास्थ्य कर्मियों की ट्रेनिंग पर रणनीति बनाने लगी हुई है।
बीते रविवार को संडे संवाद के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि वैक्सीन बनने और उसके वितरण करने में कई कारक अहम भूमिका का निर्वहन करेगें। जिनमें इंफेक्शन डेंसिटी, डेमोग्राफिक स्ट्रक्चर, डेथ रेट और रिस्क फैक्टर आदि को ध्यान में रखा जायेगा। साथ ही उन्होनें कहा कि वैक्सीन सप्लाई करने में कोई बाधा ना आये और इसकी पहुँच आखिरी नागरिक तक हो इसको सुनिश्चित भी किया जायेगा। वैश्विक परिवेश में कई वैक्सीन का परीक्षण अन्तिम दौर में चल रहा है। जिनमें अमेरिकी फॉम्स्यूटिकल कंपनी मॉडर्ना (American pharmaceutical company Moderna) और ब्रिटिश फॉम्स्यूटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका खासतौर से शामिल है।
दूसरी ओर जिन फॉम्स्यूटिकल कम्पनियों का वैक्सीन परीक्षण अन्तिम दौर से गुजर रहा है। उनमें सेहतमंद वॉलंटियर्स को दी गयी वैक्सीन और डमी वैक्सीन (Dummy vaccine) के असर का आकलन किया जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के पैमानों के मुताबिक डमी वैक्सीन दिये गये वॉलंटियर्स की तुलना में जिन स्वयंसेवकों को वास्तविक वैक्सीन दी गयी है उनमें इसका असर दोगुने पैमाने पर दिखना चाहिए।