नई दिल्ली (रागिनी जयस्वाल): दीवाली का त्यौहार (Festival of diwali) बस थोड़ा ही दूर है, और इसकी तैयारियां पूरे जोर शोर पर है। दीवाली का त्यौहार वैसे तो लक्ष्मी पूजन, साज सज्जा और पटाखों के लिए मशहूर है लेकिन इस बार सरकार ने प्रदूषण की वजह से पटाखों को बैन कर दिया है। इस मुद्दे पर पटाखा मैन्युफैक्चरर और कारोबारियों (Cracker manufacturer and businessmen) ने कड़ा आपत्ति जताई है। हालांकि कुछ लोगों ने इस बात की खुशी भी जताई है। खैर ये तो देखा जायेगा कि इस बात पर लोग कितना खरा उतरते है।
दिवाली पर पटाखों के अलावा साज सजावट बहुत ज़रूरी है, तो चलिए नज़र डालते है उन ज़रूरी चीज़ों पर-
रंगोली
रंगोली और दीवाली का तो पुराना नाता रहा है। तरह तरह के रंगों से बनी हुई रंगोली, फूलो की रंगोली, कागज़ की रंगोली और दीयों की रंगोली।
रंग बिरंगी लाइट्स
दीवाली तो है ही रौशनी का त्योहार घर के बाहर, पूजा घर में और छोटे-छोटे शो-पीस सुन्दरता में चार चाँद लगा सकते है। ये चीज़े आपके घर और भी ज़्यादा खूबसूरत बना देगें, लेकिन ध्यान रखिये की कहीं रोशनी कुछ ज़्यादा ना हो जाये।
आर्टिफीशियल फ्लावर्स और नेचुरल फ्लावर्स
घर के दरवाज़ों पर, पूजा घर में आर्टिफीशियल और नेचुरल फ्लावर्स (Artificial and natural flowers) दोनों को मिक्स करके लगा सकते हैं। लाइट्स और दीयों को इन फ्लावर्स के साथ सजाया जा सकता है।
पूजा घर
दीवाली पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा की जाती है। बाज़ारों में बेहद सुन्दर मूर्तियाँ मिलती हैं जिनको आप अपने पूजा घर में सजा सकते है। फूलों ,दीयों और लाइट का इस्तेमाल कर अपने पूजा घर को सजाये।
फैंसी झालर और मोमबत्तियां
आप अपने आर्ट एंड क्राफ्ट स्किल (Art & Craft Skill) का इस्तेमाल करके घर में तरह-तरह की झालर और डिजाइनर मोमबत्तियां बना सकते है। इनसे जुड़ा रॉ मैटीरियल आपके घर के आसपास ही बेहद आसानी मिल जाता है। इसके अलावा कई एनजीओ बाज़ारों में फैंसी झालर और मोमबत्तियां बेचती है। जिन्हें आप खरीद कर उनकी मदद तो कर ही सकते है। साथ ही अपने घर की खूबसूरती में भी चार चांद लगा सकते है।