नई दिल्ली (गौरांग यदुवंशी): कानपुर (Kanpur) के घाटमपुर कोतवाली इलाके में सात साल की बच्ची के साथ ऐसी वारदात को अन्ज़ाम दिया गया। जिसे सुनकर सभी प्रदेशवासियों का कलेजा दहल उठा। अंधविश्वास के चलते पति-पत्नी ने एक सात साल की बच्ची के साथ घिनौना अपराध करते हुए दरिन्दगी की सारी हदें पार कर दी। बच्चा पाने की चाहत में दोनों मिलकर पहले पैसों के बल पर बच्ची का अपहरण करवाने के लिए दो लोगों को पैसा दिया। अपहरणकर्ता (Kidnapper) दोनों के रिश्तेदार थे। उन दोनों मिलकर पहले बच्चों को पटाखा दिलवाने के नाम फुसलाया और एकांत जाकर उसका बलात्कार किया।
इसके बाद बच्ची पहले बच्ची का बड़ी ही बेहरमी से गला काटा और उसके बाद उसका पेट चीरकर कलेजा, फेफड़ा और लीवर निकाल लिया। जैसे ही सुबह बच्ची की लाश मिली तो इलाके में हड़कंप मच गया। जांच के दौरान पाया गया कि उसके शरीर के कई अंग गायब थे। साथ ही आसपास तांत्रिक अनुष्ठान (Tantric ritual) से जुड़ी चीज़ों की बरादमगी भी की गयी। पुलिस ने जब सरगर्मी से मामले की तहकीकात शुरू की तो, इस पूरे प्रकरण में एक बेऔलाद पति-पत्नी का नाम सामने आया। डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम की फौरी मदद से अपराधियों की जल्द धरपकड़ हो गयी। दुष्कर्म की जांच और अन्य कोणों को देखते हुए विसरा की जांच पड़ताल की जा रही है।
प्राथमिक खुलासे के तौर बच्ची के कई संवेदनशील अंग खाने और कुत्तों को खिलाने की बात भी सामने आ रही है। इसके साथ ही कई दूसरे अंग पॉलीथीन में बांधकर खुल में फेंक दिये गये। अपहरण करने वाले दोनों अपराधियों ने दुष्कर्म की बात कबूल ली है। इन दोनों अपराधियों ने मात्र 1500 रूपये के लिए नि:सन्तान दम्पति (Childless couple) के इशारे पर इतनी बड़ी वारदात को अन्ज़ाम दिया। मामले की गूंज जब राजधानी लखनऊ तक पहुँची तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए पांच लाख रुपये की राहत राशि तत्काल प्रभाव से आबंटित करने की घोषणा कर दी। इसके साथ ही बच्ची के पिता को दो बीघा कृषि भूमि पट्टे के रूप में देने का भी राजकीय ऐलान किया गया।
उत्तर प्रदेश पुलिस मामले की जांच हत्या, अपहरण, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) की धाराओं के तहत कर रही है। मामले के मुख्य आरोपी दम्पति का मानना था कि किसी भी बच्ची का कलेजा और लिवर खाने से संतान की प्राप्ति होती है। जिसके लिए उन्होनें दो लोगों को इस काम के लिए तैयार किया था। फिलहाल चारों ही पुलिस की गिरफ्त में है। आरोपी दम्पति में परशुराम और सुनैना का नाम से सामने आ रहा है। अपहरण करने वालों में परशुराम के रिश्तेदार और उसके दोस्त का नाम सामने आ रहा है। एसपी ग्रामीण बृजेश श्रीवास्तव की अगुवाई में पुलिस मामले की और भी गहन जांच पड़ताल कर रही है।