स्पोर्ट्स डेस्क (नई दिल्ली): टीम इंडिया को एक अच्छी जीत की सख्त जरूरत है क्योंकि वह अपना छठा सीधा मैच हारने की कगार पर है। India vs Australia सीरीज के तीसरे एकदिवसीय मैच में कैनबरा में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी जिसे पहले ही मेजबान टीम ने अपने नाम कर लिया है। भारत को सीरीज़ में लगातार हार से बचने के लिए, उन्हें अपने गेंदबाजों के अच्छे प्रदर्शन की जरूरत है।
जहां पूरा ध्यान प्रीमियर पेसर जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) के खराब फॉर्म पर है, वहीं भरोसेमंद मोहम्मद शमी का प्रदर्शन भी इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाया है। शमी पहले मैच में सर्वश्रेष्ठ भारतीय गेंदबाज थे, क्योंकि उन्होंने 3 विकेट चटकाए थे और 6 रन प्रति ओवर की इकॉनमी थी।
लेकिन दूसरे मैच में वह अपना रंग नही दिखा पाए और इसके परिणामस्वरूप ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया।
सभी प्रारूपों में पिछले कुछ वर्षों में शमी का उदय भारतीय क्रिकेट के लिए एक बहुत बड़ी कहानी रही है, लेकिन बुमराह के बेहतरीन प्रदर्शन से शमी का प्रदर्शन कुछ हद तक ढक सा गया है क्यूंकि बुमराह को वैश्विक स्तर पर इस पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ के रूप में माना जाता है।
लेकिन बुमराह और उनके कौशल पर ध्यान देने का मतलब है कि शमी के शानदार रिकॉर्ड पर किसी का ध्यान नहीं गया। वह एकदिवसीय क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं और अजीत अगरकर द्वारा लंबे समय तक बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ने से सिर्फ दो विकेट दूर हैं।
शमी, जिनके पास सिर्फ 79 एकदिवसीय मैचों में 148 विकेट हैं, अगर वे कैनबरा (Canberra) में एक मैच में 150 वनडे विकेट हासिल करने वाले सबसे तेज भारतीय खिलाड़ी बन सकते हैं। इइसके बाद वो विश्व के तीसरे सबसे तेज गेंदबाज बन जाएंगे, जिसमें केवल ऑस्ट्रेलियाई मिशेल स्टार्क (Mitchell Starc) (77 मैच) और पाकिस्तान के सकलेन मुश्ताक (Saqlain Mushtaq) (79) उनसे आगे हैं।
बेशक शमी अजीत अगरकर का रिकॉर्ड तोड़ कर भारत के सबसे तेज गेंदबाज़ बन गये है क्यूंकि अगरकर ने 97 मैचों में इस आंकड़े को छुआ था।
भारत को तेजतर्रार ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन करने के लिए शमी के बड़े प्रदर्शन की जरूरत है और तेज गेंदबाज इस रिकॉर्ड पर भी नजर रखेंगे।