न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): केंद्र और किसानों के बीच मुद्दों को सुलझाने में विफल होने के बाद प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को ‘भारत बंद’ (Bharat Band) आयोजित करने का फैसला किया है।
हालांकि भारत बंद भारत में आम सेवाएं चालू रहेगी। किसानों ने कहा है कि वो “आम आदमी के लिए समस्याएँ” पैदा नहीं करना चाहते हैं जिसके चलते वो मंगलवार सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक “शांतिपूर्ण” प्रदर्शन करेंगे।
भारतीय किसान यूनियन के एक सदस्य राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, “हम आम आदमी के लिए समस्याएं पैदा नहीं करना चाहते हैं। इसलिए, हम सुबह 11 बजे से भारत बंद आन्दोलन शुरू करेंगे, ताकि वे समय पर कार्यालय के लिए रवाना हो सकें।
उन्होंने कहा, “यह सरकार की नीतियों के खिलाफ हमारी ओर से एक प्रतीकात्मक विरोध है। इससे हम यह दिखाना चाहते है कि हम भारत सरकार की कुछ नीतियों का समर्थन नहीं करते हैं।”
कई राजनीतिक दलों और व्यापार संघों ने भारत बंद को अपना समर्थन दिया है और सरकार से किसानों की मांगों को पूरा करने का आग्रह किया है। हालांकि, कई संघों ने बंद में भाग नहीं लेने का फैसला किया है जिसके चलते वो अपनी सेवाएं प्रदान करते रहेंगे।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) और ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (AITWA) ने कहा है कि वे मंगलवार को भारत बंद में भाग नहीं लेंगे और ऑपरेटिव रहेंगे। उन्होंने कहा है कि अभी तक किसी भी किसान संगठन या किसान नेताओं ने उनसे “भारत बंद” के लिए समर्थन नहीं मांगा है।
उन्होंने एक संयुक्त बयान में कहा, “देश भर में वाणिज्यिक बाजार (Commercial markets) खुले रहेंगे और व्यापारिक गतिविधियां सामान्य रूप से चलेंगी साथ ही परिवहन सेवाएं भी 8 दिसंबर को चालू रहेंगी।”
अपने बयान में उन्होंने ये भी कहा कि “किसानों की मांगों के साथ हमारी सभी सहानुभूति है और हम सरकार से जल्द से जल्द इस मुद्दे को हल करने और किसान समुदाय की वास्तविक मांगों पर विचार करने का आह्वान करते हैं। उनके मुद्दों को हल करने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।
जहाँ AITWA ने कहा है कि वह भारत बंद में भाग नहीं लेगा वहीँ दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन (Delhi Taxi Tourist Transporters Association) किसानों के समर्थन में सामने आये है और केंद्र के खिलाफ भारत बंद में भाग लेंगे।
दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि, “केंद्र सरकार किसानों की मांगों की अनदेखी कर रही है और तब से 11 दिन बीत चुके हैं, भारत सरकार केवल चर्चा की तारीखों में फेरबदल कर रही है। इसीलिए हम 8 दिसंबर को किसानों द्वारा ‘भारत बंद’ के आह्वान का समर्थन करते हैं।”
कई बैंक यूनियनों (bank unions) ने भी किसानों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की है और सरकार से किसानों के मुद्दों को हल करने का अनुरोध किया है।
एक संयुक्त बयान में कई बैंक यूनियनों ने कहा कि, “हमारे राष्ट्र को शांति की जरूरत है और राष्ट्र के मुख्य हितधारकों को पीड़ित नहीं होना चाहिए, क्योंकि कृषि क्षेत्र ने अकेले ही COVID-19 महामारी में सकारात्मक प्रदर्शन किया है, जो कि क्षेत्र की अंतर्निहित ताकत (inherent strength) को दर्शाता है।
पंजाब में पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन (Petrol Pump Dealers Association) ने किसानों को अपना समर्थन दिया है और कहा है कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में मंगलवार को राज्य में सभी पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। हालांकि, वे आपातकालीन सेवाएं प्रदान करेंगे।
होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन (Hotel and Restaurant Association) ने भी भारत बंद को अपना समर्थन दिया है और कहा, “8 दिसंबर को भारत बंद को समर्थन देने के लिए पहले से मौजूद शादी और party बुकिंग की पुष्टि करते हुए सभी होटल (hotel), रेस्तरां (Restaurant), रिसॉर्ट (resort) और बार (bar) बंद रहेंगे।”
किसान संसद के मानसून सत्र में पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में भारत बंद का अवलोकन कर रहे हैं। केंद्र और किसानों के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन दोनों पक्ष मुद्दों को सुलझाने में विफल रहे हैं। इसके बीच, किसानों ने मंगलवार को भारत बंद का आह्वान किया, उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती, तब तक वे अपना विरोध जारी रखेंगे।
इस बीच, दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने एक आधिकारिक बयान ‘प्रस्तावित भारत बंद’ के दौरान सड़कों पर लोगों की सामान्य आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है।
वाहनों के सुचारू आवागमन के लिए यातायात सलाह जारी की गई है। यदि कोई भी सामान्य आंदोलन को बाधित करने या दुकानों को जबरदस्ती बंद करने की कोशिश करता है, उसे कानून के अनुसार सख्ती से निपटा जाएगा।
दिल्ली पुलिस ने एक अपील की है कि आम नागरिकों और शहर के निवासियों का सामान्य जीवन बाधित नहीं होना चाहिए।