एजेंसियां (शौर्य यादव): कोरोना काल में महामारी से रोकथाम के लिए सोशल डिस्टेसिंग और क्वारंटीन नियमों (Quarantine rules) अहम भूमिका निभा रहे है। जहां अभी कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल अभी आम लोगों के लिए सुलभ नहीं हो पाया है। ऐसे में ये दोनों ही तरीके काफी कारगर पाये गये है। भारत सहित कई देशों के सरकार इसका लगातार पालन करने की अपील करती रही है। हाल ही में एक शख़्स ने सिर्फ 8 सेकेंड के लिए क्वारंटीन नियमों का उल्लंघन किया तो उस पर 2,58,329 रुपये का जुर्माना ठोंक दिया गया है।
मामला ताइवान का है। जहां स्थानीय एजेंसियों ने फिलीपींस के एक प्रवासी श्रमिक पर ये जुर्माना लगाया। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक श्रमिक को दक्षिणी ताइवान के काऊशुंग शहर के एक होटल में क्वारंटीन किया गया था। इस दौरान वो अपने कमरे से बाहर दालान में आया गया। इस तकरीबन 8 सेकेंड दालान में रहने के बाद वो वापस अपने कमरे की ओर लौट गया। जिसकी वज़ह से उस पर नियमों के अनदेखी करने के लिए संबंधित अधिकारियों ने $ 3,500 का जुर्माना लगाया।
सीएनएन के रिपोर्ट के मुताबिक जुर्माना लगाने का आधार शख़्स की सीसीटीवी फुटेज (Cctv footage) बनी। कैमरे में ये हरकत कैद होने के बाद होटल के एक कर्मचारी ने स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने 100,000 ताइवानी डॉलर का जुर्माना फिलीपींस के प्रवासी मजदूर पर कर दिया। जिसकी कीमत तकरीबन 2,58,329 रुपये होती है।
ताइवान में बेहद सख्त क्वारंटीन नियम लागू किये गये है। जिसके तहत संदिग्ध संक्रमितों को अपना कमरा छोड़ने तक की अनुमति नहीं है। इसके लिए कोई समय-सीमा भी निर्धारित नहीं की गयी है। ताइवानी स्वास्थ्य विभाग (Taiwanese Health Department) ने स्पष्ट करते हुए कहा कि- लोग ये गलतफहमी अपने दिमाग से निकाल दे कि, होटल के कमरे को छोड़ने पर वो जुर्माने से बच जायेगें। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि काऊशुंग शहर में कुल 56 होटलों को क्वारंटीन सेन्टर में तब्दील किया गया है। जिनमें लगभग 3,000 कमरे हैं।
COVID-19 महामारी को लेकर अपने रवैये के लिए ताइवान को दुनिया भर में तारीफें मिली है। हालांकि ताइवान को कभी भी सख्त लॉकडाउन लागू नहीं करना पड़ा और ना ही चीन की तरह नागरिक स्वतंत्रता पर कठोर प्रतिबंधों का सहारा लेना पड़ा। ताइवान ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए कई सख़्त फैसले लिये, जिनका असर ज़मीनी हालातों पर पड़ता दिखा। जहां एक ओर सारे देश वायरस के फैलने की गति पर ध्यान लगाये बैठे थे और ज्यादातर वक्त अफवाहों को रोकने और संक्रमण की रिपोर्टिंग मे लगाया। वहीं ताइवानी अधिकारियों ने वुहान से सीधी उड़ान के जरिये आने वाले मुसाफिरों की स्क्रीनिंग पर जोर दिया। वायरस पहली बार आधिकारिक तौर पर 31 दिसंबर, 2019 में सामने आया था। जिसके बाद ताइवानी सरकार ने बड़े पैमाने पर टेस्ट और व्यापक कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग (Extensive contact tracing) पर काफी जोर दिया।
कोरोना वायरस पर ताइवान के कारगर कदमों को दुनिया के कई मुल्कों ने सराहा है। लगभग 24 मिलियन की आबादी के साथ ताइवान में कोविड के कुल 716 मामले ही सामने आये। ताजा आंकड़ो के मुताबिक वहां कोरोना से सिर्फ सात मौतें ही हुई हैं।