न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): दिल्ली का चौतरफा घेराव करके आंदोलनकारी किसानों (Farmers Protest) ने केंद्र सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है। मुहिम अगली रणनीति के तहत सभी प्रदर्शनकारी किसान कल से दिल्ली की सीमा से लगे सभी टोल टैक्स प्लाजा (Toll tax plaza) को फ्री कर देंगे। आंदोलन की बढ़ती सक्रियता के मद्देनज़र केंद्र सरकार ने अतिरिक्त सुरक्षा का प्रबंध करते हुए एहतियातन उपायों की रूपरेखा तैयार कर ली है। इसी के तहत सरहौल बॉर्डर पर गुरुग्राम पुलिस की तैनाती को बढ़ा दिया गया है।
कुछ इसी तरह का माहौल एनएच-9 के पास गाज़ीपुर और टीकरी बॉर्डर पर देखने को मिला। जहां किसान एकाएक आक्रामक हो आगे बढ़ने के लिए तैयार दिखे। दिल्ली-जयपुर और दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर कल से होने वाली गतिविधियों को देखते हुए दोनों पक्ष अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए है। कुंडली बार्डर पर बैठे प्रदर्शनकारियों से किसान नेताओं ने संयम बरतने और आंदोलन को हिंसात्मक ना होने देने की अपील की है। जिसके लिए कई व्हाट्सऐप ग्रुप्स (Whatsapp groups) बनाये गये। जिनमें जरूरी सूचनायें और रणनीतियां साझा की जा रही है।
बढ़ते तनाव को देखते हुए दिल्ली पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स की अतिरिक्त तैनाती पर भी विचार किया जा रहा है। दिल्ली-जयपुर और दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग संभावित धरना-प्रदर्शन को देखते हुए यूपी पुलिस, हरियाणा पुलिस और लोकल इंटेलीजेंस यूनिट (Local intelligence unit) पूरी तरह से सक्रिय है। इस बीच बढ़ती हलचल को देखते हुए दिल्ली पुलिस के जवानों ने चिल्ला बॉर्डर पर गांधीगिरी का रास्ता अख़्तियार किया। प्रदर्शनकारी किसानों को गुलाब का फूल देते हुए उनसे रास्ता छोड़ने की मनमनौव्वल की।
मुद्दे की गर्माहट को देखते हुए भाजपा ने भी केन्द्र सरकार के पक्ष में माहौल बनाने की पूरी तैयारी कर ली है। जिसके भारतीय जनता पार्टी आज से जन चौपालों का आयोजन करेगी। इस मुहिम के तहत बीजेपी 700 जन चौपालों लगायेगी। जिसमें पार्टी कार्यकर्ता किसानों के बीच जाकर नए कृषि कानूनों के बारे में उन्हें अवगत करायेगें। भाजपा का मानना है कि इस कवायद से कृषि कानून को लेकर पैदा हुई भ्रान्तियों और अफवाहों (Misconceptions and rumors) का खात्मा होगा।
जन चौपालों के साथ ही पार्टी का शीर्ष नेतृत्व सभी ज़िलों में प्रेस वार्ता का भी आयोजन करेगा। जिससे वो कृषि कानूनों को लेकर जागरूकता पैदा करने की कोशिश करेगा। इसके लिए भाजपा जिला, ब्लॉक और बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं की मदद लेगी। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) और किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी की ओर से प्रदर्शनकारियों का मोबलाइजेशन दिल्ली की ओर लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में भाजपा की जन चौपालों और प्रेस वार्ता की रणनीति (Strategy of Jan chaupals and Press Conference) कितनी कारगर होगी, ये आने वाला समय ही तय करेगा।