नई दिल्ली (विश्वरूप प्रियदर्शी): किसान आंदोलन (Farmers Protest) अब केन्द्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए चौ-तरफा रणनीति का इस्तेमाल कर रहा है। धरना-प्रदर्शन, चक्का जाम और टोल प्लाज़ा फ्री (Toll plaza free) कराने के बाद अब किसान नेता भूख हड़ताल पर उतर आये है। मौजूदा गतिरोध खत्म करने के लिए केन्द्र सरकार और किसान प्रतिनिधियों के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन फिलहाल अब तक कोई साझा हल नहीं निकल सका है। इस दौरान आज कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) से मिलने उनके आवास पर पहुँचे। इसी मुद्दे पर दोनों बीते रविवार को भी मुलाकात कर चुके है। केन्द्र सरकार न्यूनतम मुद्दों पर साझा समझ बनाते हुए वार्ता के माध्यम से हल निकलना चाहती है, जबकि किसान तीनों केन्द्रीय कृषि कानूनों की वापसी की मांग पर अड़े हुए है।
Farmers Protest Live Updates:
- हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ के नेतृत्व में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिलने के लिए हरियाणा के सांसद और विधायक कृषि भवन पहुँचे।
- हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यन्त कुमार चौटाला ने कहा- कृषि मंत्री और गृह मंत्री इस मुद्दे पर लगातार चर्चा कर रहे हैं। अगले दौर की चर्चा जल्द ही होगी। हमें उम्मीद है कि बातचीत के लिए आए 40 यूनियनों को भी बातचीत के अगले दौर में शामिल किया जाएगा और जल्द ही एक ठोस निष्कर्ष निकाल लिया जायेगा।
- भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने उद्धव सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- मुख्यमंत्री को दिल्ली में विरोध प्रदर्शनों पर टिप्पणी करने के बजाय पहले महाराष्ट्र के किसानों की बात करनी चाहिए। प्रदर्शनकारियों को यहां उनके घरों में पीटा जा रहा है और राज्य सरकार दिल्ली में प्रदर्शनकारियों के अधिकारों की बात कर रही है और इसे आपातकालीन स्थिति बता रही है।
- आम आदमी पार्टी (AAP) के मंत्री और विधायकों ने किसानों की भूख हड़ताल का समर्थन किया। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, मंत्री सत्येंद्र जैन, गोपाल राय और पार्टी नेता आतिशी मार्लेना ने धरना स्थल पर पहुँचकर किसानों का साथ दिया।
- तीनों केन्द्रीय कृषि कानूनों के समर्थन में देशभर के 10 किसान संगठनों ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ बैठक की। ये सभी किसान संगठन उत्तर प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, बिहार और हरियाणा आदि राज्यों संबंध रखते है, और ये सभी संगठन ऑल इंडिया फर्मर्स कॉर्डिनेशन कमेटी से जुड़े हैं।
- इस बीच हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री और जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत कुमार चौटाला कैबिनेट मंत्री नीतिन गडकरी से मिलने उनके घर पहुँचे। कयास लगाये जा रहे है कि केन्द्र सरकार मौजूदा गतिरोध पर दुष्यंत कुमार चौटाला के माध्यम से किसानों तक संदेश पहुँचाना चाह रही है।
- गाजीपुर (दिल्ली-यूपी) सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज राष्ट्रीय राजमार्ग -24 पर ट्रैफिक रोक दिया। भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने कहा कि- हम इस मुहिम में तेजी ला रहे है ताकि आम लोग को परेशान करने की हमारी कोई मंशा नहीं है। हम लोगों को समझाना चाहते है, ये वक्त हमारे लिए कितना अहम है।
- केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा, मैं किसानों से अपील करता हूँ कि, तीनों केन्द्रीय कृषि कानूनों से जुड़ो मुद्दों का हल निकालने के लिए वे केन्द्र सरकार से बातचीत करे। अगर किसान कुछ संशोधन और फेरबदलाव चाहते है तो इसके लिए पर्याप्त गुंजाइश और संभावनायें है। इस मुद्दे का हल ‘हां या नहीं’ नहीं हो सकता। सिर्फ बातचीत के माध्यम से ही समाधान निकाला जा सकता है।
- कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) से मिलने उनके आवास पर पहुँचे।
- भारतीय किसान यूनियन (हरियाणा) के चेयरमैन गुरनाम सिंह चादुनी के मुताबिक- केन्द्र सरकार पहले जितनी ही किसानों से फसलों की खरीद करती है। एमएसपी पर खरीद की सीधा मतलब है कि हमारा इस आधार पर गुजर बसर नहीं हो सकता है। केंद्र सभी प्रदेशों से एमएसपी पर फसलों की खरीद नहीं करता। एमएसपी को लेकर सरकार किसानों को भटका रही है। बीते 8 दिसंबर को हुई बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया कि, वे 23 सूचीबद्ध फसलों को नहीं एमएसपी के आधार पर नहीं खरीद सकते, क्योंकि इसकी संभावित लागत 17 लाख करोड़ रुपये है।