मेरठ (दिगान्त बरूआ): मेरठ (Meerut) के गंगानगर थाना भावनपुर इलाके के कैलाश वाटिका कालोनी में एक सनसनीखेज वाकया सामने आया। जहां प्रोपर्टी डीलर (Property dealer) भाई ने गली के आवारा कुत्तों के चक्कर में अपनी ही बहन को मौत के घाट उतार दिया। आरोपी का नाम आशीष बताया जा रहा है। आरोपी अपने बड़े भाई योगेंद्र के साथ इलाके में ही प्रोपर्टी डीलर का काम करता है। हाल ही में उसकी छोटी बहन पारुल ने अपनी पढ़ाई पूरी की है। आरोपी ने गली के करीब 20 आवारा कुत्तों को पाला था। जिसके लिए वो रोज पारूल से रोटियां बनवाता था।
बीते रविवार रोज की तरह आशीष के घर के बाहर खाने के लिए कुत्तों की भीड़ जमा हुई। मृतका पारूल ने तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए खाना बनाने से इन्कार कर दिया। जिसके बाद दोनों आरोपी और मृतका विवाद हो गया। जिसके बाद पारूल ने खाना बना दिया। इसी तरह अगले दिन मृतका खराब तबीयत के कारण आराम कर रही थी। इस बीच आरोपी उसके पास पहुँचकर खाना बनाने के लिए दबाव बनाने लगा। पारुल के एक बार फिर मना करने पर आरोपी आशीष आग बबूला हो उठा और उसने देसी तमंचे से पारूल को गोली मार दी। जिसके पीड़िता ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
परिवार में पारूल पढ़ाई-लिखाई में काफी अव्वल थी। ग्रेजुएशन (Graduation) करने के बाद वो नौकरी की तलाश में थी। दोनों प्रोपर्टी डीलर भाइयों (योगेंद्र और आशीष) के दबाव के कारण वो नौकरी नहीं कर पा रही थी। अक्सर इसी बात को लेकर आशीष और पारूल टकराव होता रहता था। मृतका के पैरों पर खड़ी होने के बात आशीष को नागवार लगती थी। प्रोपर्टी डीलर व्यवसाय में होने के कारण आरोपी अपने पास लोगों को डराने-धमकाने के लिए तमंचा रखता था। जिसकी जानकारी परिवार के सदस्यों को भी है। इसी तमंचें से उसने अपनी बहन की हत्या को अन्ज़ाम दिया।
हत्या के बाद आरोपी भगाने की बजाये वहीं रूक गया और अपने मोबाइल फोन से गंगानगर थाने को वारदात की जानकारी देते हुए आत्मसमपर्ण कर दिया। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस हरकत में आयी। मौके पर पुलिस को पारूल खून से लथपथ मिली। अस्पताल पहुँचने पर प्राथमिक जांच (Preliminary Investigation) के बाद डॉक्टरों ने पारूल को मृत घोषित कर दिया। माँ की लिखित शिकायत पर आरोपी भाई के खिलाफ मुकादमा दर्ज कर लिया गया। पुलिस के अनुसार आरोपी आशीष को कोई पछतावा नहीं है। उसने अपराध भी स्वीकार कर लिया है। फिलहाल पुलिस दूसरे एंगल्स से भी मामले की जांच कर रही है। इस बात की भी छानबीन की जा रही है कि आरोपी कहां से और कितने में तमंचा खरीदा।