टेक डेस्क (दिगान्त बरूआ): भारत में यूजर्स को वाट्सएप पे (WhatsApp Pay) पर अब और ज्यादा सुविधा मिलने जा रही है। जिसके लिए कंपनी ने देश के चार शीर्ष बैंक एक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक से गठजोड़ किया है। इसके साथ ही ये सुविधा अब 2 करोड़ से ज्यादा यूजर्स को उपलब्ध होगी। बीते नवंबर महीने के दौरान फेसबुक के स्वामित्व वाली वाट्सएप को पेमेंट सेवायें मुहैया करवाने की अनुमति मिली थी। जिसके तहत शार्ट मैसेजिंग एप को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (National Payment Corporation of India) से 160 बैंकों के साथ यूजर्स को डिजीटल वित्तीय लेन-देन करने की हरी झंडी मिली थी।
इस सुविधा का इस्तेमाल करते हुए शार्ट मैसेज के तर्ज पर झटपट पैसे भेज जा सकेगें। ये सुविधा यूपीआई (UPI) के तर्ज पर काम करती है। वाट्सएप के वॉलेट में बैलेंस रखने की कोई जरूरत नहीं। इसे अपने बैंक खाते से जोड़कर सीधे पेमेंट की जा सकती है। पेमेंट्स के लिए पंजीकरण करने पर वाट्सएप एक नयी यूपीआई आईडी तैयार करेगा, जिसे एप के पेमेंट्स सेक्शन (Payments section) में देखा जा सकता है। भीम, गूगल पे या फोन पे किसी यूपीआई धारक को इससे पैसा भेजा जा सकेगा।
अगर कोई यूजर वाट्सएप पेमेंट्स सेवा का इस्तेमाल नहीं कर रहा है तो उसे वो पैसे भेजने के लिए enter UPI ID के ऑप्शन की मदद से पैसा भेजा जा सकता है। यूपीआई की तरह ही वाट्सएप पेमेंट्स पर लेन-देन की सीमा को एक लाख रूपये निर्धारित किया गया है। वाट्सएप पेमेंट्स सर्विस यूपीआई (WhatsApp Payments Service UPI) की ये सुविधा पूरी तरह मुफ्त है। इस पर लेन-देन करने के लिए यूजर्स को किसी तरह का अतिरिक्त भुगतान नहीं करना होगा।
बीते मंगलवार को मार्क जुकरबर्ग ने व्हाट्सएप पे से जुड़ी कई अहम जानकारियों का खुलासा किया था। अब ये भुगतान सुविधा 10 भारतीय क्षेत्रीय भाषा संस्करणों में यूजर्स के लिए उपलब्ध करवा दी गयी है। व्हाट्सएप ने भारतीय स्टेट बैंक, ICICI बैंक, HDFC बैंक और AXIS बैंक के साथ गठजोड़ करके भारतीय डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में अपनी मजबूत स्थिति बनाने का लक्ष्य तय कर चुका है। डिजिटल भुगतान का कारोबार साल 2025 तक 94 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँच सकता है। जिसमें बड़ी हिस्सेदारी व्हाट्सएप अपनी आक्रामक मार्केटिंग नीतियों (Aggressive marketing policies) से हासिल कर सकता है।