नई दिल्ली (शौर्य यादव): केन्द्रीय कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध बढ़ता जा रहा है। अब सबकी नज़रे किसान आंदोलन (Kisan Andolan) की उग्रता और कल होने वाली बैठक पर बनी हुई है। दिल्ली की सीमाओं से लगे बॉर्डरों पर लगातार किसानों का जमावड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे (Social worker Anna Hazare) ने भी केन्द्र सरकार के खिलाफ घेरेबंदी का ऐलान कर दिया है। इसके लिए उन्होनें केन्द्र सरकार को खत लिखकर आगाह भी कर दिया है।
अन्ना हजारे ने अपने खत में लिखा कि- अगर केन्द्र सरकार किसानों के मसले पर कोई फैसला नहीं ले पाती है तो, वह अनिश्चिकालीन भूख हड़ताल करेगें। जिसकी शुरूआत अगले साल जनवरी से हो जायेगी। इसलिए केन्द्र सरकार जल्द से जल्द इस मसले को सुलझाये। दूसरी ओर बढ़ते आंदोलन को देखकर दिल्ली पुलिस ने अतिरिक्त सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। जिसके लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती का खास रोस्टर (Special roster of deployment) भी तैयार किया गया है। इसके साथ ही अर्धसैनिक बलों की रिजर्व कंपनियों को भी तैनात किया गया है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी खुद हालातों का जायज़ा लेकर दिशा-निर्देश दे रहे है।
इस क्रम में दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों की महिलाकर्मियों की भी तैनाती की गयी है। जिससे महिला आंदोलनकारियों को रोकने और उनसे बात करने में खासा मदद मिल रही है। इसके साथ ही पुलिस हर घंटे प्रदर्शनकारियों पर नज़रे बनाये रखने के लिए ड्रोन कैमरे की मदद ले रही है। भीड़ में शामिल असामाजिक तत्वों (Anti-social elements) पर नज़रे बनाये रखने के लिए सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों की तैनाती भी की गयी है। एहतियाती तौर पर अब पुलिस धरनास्थल पर जाने वाले किसानों से पूछताछ कर रही है। तलाशी के साथ ही सबके आइडेंटिटी कार्ड भी देखे जा रहे है।
गतिरोध खत्म करने के लिए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बीते सोमवार कहा कि- तीनों केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों को झूठ बोलकर बरगलाया जा रहा है। ये कवायद ज़्यादा समय तक चलने वाली नहीं है। जल्द ही आंदोलनकारी किसान वास्तविकता से रूबरू होगें। उम्मीद है कि अब जल्द ही गतिरोध खत्म हो जायेगा। समाधान के लिए जरूर कोई रास्ता निकलेगा।