Elon Musk ने Signal को WhatsAap से बताया बेहतर, जानिये इस ऐप की खूबियां, धड़धड़ा हो रहा है डाउनलोड

टेक डेस्क (दिगान्त बरूआ):हाल ही में कुछ रोज पहले दुनिया के सबसे अमीर शख़्स एलन मस्क (Elon Musk) ने इस्टेंट मैसेजिंग ऐप Signal को WhatsAap के मुकाबले काफी बेहतर बताया। खुद भी सिग्नल का इस्तेमाल करने की बात कही। जिसके बाद से लोगों की दिलचस्पी इस ऐप के बारे में काफी बढ़ी है। कई लोगों ने इसकी खूबियों को जाना और इसे डाउनलोड किया। मौजूदा हालातों में ये काफी तेजी से डाउनलोड की जा रही है। इसकी सबसे बड़ी वज़ह है, इसकी प्राइवेसी पॉलिसी। सिग्नल कभी भी यूजर्स का पर्सनल डाटा भी नहीं मांगता। जबकि व्हाट्सऐप भी प्राइवेसी दावा करता है लेकिन उसे फेसबुक के साथ साझा करता रहा है। ऐसे में सिग्नल फिलहाल इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप सिग्नल (Instant messaging app signal) दुनिया का सबसे सिक्योर ऐप बन गया है।

ये अहम वज़ह है, जिससे लोगों का विश्वास अब व्हाट्सऐप हटकर सिग्नल की ओर बनता दिख रहा है। सिग्नल यूजर्स की प्राइवेसी और उनके डेटा का खास ख़्याल रखता है। जिसे वो कहीं भी, किसी भी प्लेटफॉर्म पर साझा नहीं करता। यूजर के किसी भी डेटा का बैकअप अनसिक्योर क्लाउड स्टोरेज (Unsecure Cloud Storage) नहीं जाने देता। जिसके लिए सिग्नल फोन स्टोरेज का ही इस्तेमाल करते हुए, उसमें एनक्रिप्टेड डाटाबेस को सुरक्षित रखता है। इस ऐप का खास बनाता है, इसका Data Linked to You फीचर। एक बार इसे एक्टिवेट करने के बाद कोई दूसरा यूजर, जिससे आप चैट कर रहे है वो चैटिंग के स्क्रीनशॉट नहीं ले सकता। इस तरह ये यूजर की प्राइवेसी को पूरी तरह सिक्योर रखता है।

इस ऐप की दूसरी बड़ी खासियत है कि, ये पुराने मैसेज को ऑटोमेटिकली गायब/डिलीट कर देता है। इसके लिए ये यूजर को ऑप्शन देता है कि, वो कितनी देर तक मैसेज को चैट इंटरफेस में चाहते है। जिसके लए 10 सेकेंड से लेकर 1 हफ़्ते तक समयावधि सेट की जा सकती है। हाल ही में व्हाट्सऐप ने कुछ इसी तर्ज पर डिसअपिरिंग फीचर को रोलआउट (Rollout of Disappearing feature) किया था। बीते दिसम्बर में सिग्नल ने अपने लेटेस्ट वर्जन्स में ग्रुप कॉल की फीचर लॉन्च किया था। पर्सनल डेटा के नाम सिग्नल सिर्फ यूजर से फोन नंबर मांगता है।

गौरतलब है कि व्हाट्सऐप ने 8 फरवरी से नये नियम लागू किये है। यूजर्स को इन नियम और शर्तों को मानना पड़ेगा, अन्यथा व्हाट्सऐप अकाउंट भी संस्पेंड/डिलीट हो सकता है। इन नये नियमों के तहत व्हाट्सऐप यूजर डेटा भी इस्तेमाल करेगा। जिसके बारे में उसने अपने संदेश में साफ कह दिया है। व्हाट्सऐप यूजर से जुड़ा कोर्स लोकेशन, डायग्नॉस्टिक डेटा, एडवरटाइजिंग डेटा, परचेज हिस्ट्री, पेमेंट इन्फो, फोन नंबर, प्रोडक्ट इंटरैक्शन, परफॉर्मेंस डेटा, ईमेल एड्रेस, कॉन्टैक्ट्स, डिवाइस आईडी, क्रैश डेटा, और यूजर आईडी डेटा आपके फोन से लेकर दूसरे प्लेटफॉर्म (फेसबुक) पर साझा करता है। जिससे यूजर्स की निजता को लगातार खतरा रहता है। सिग्नल ऐप को इन डेटा की दरकार नहीं रहती है, जिसकी वज़ह से ये धड़ाधड़ प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा रहा है। हाल तो ये है कि एकदम से यूजर्स की बाढ़ आने के कारण उसके सर्वर पर इतना ट्रैफिक बढ़ गया है कि, यूजर्स तक उसके वेरिफिकेशन कोड (Verification code) काफी देर से पहुँच रहे है।

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