नई दिल्ली (समरजीत अधिकारी): भारतीय वायु सेना द्वारा अंजाम दी गई, बालाकोट एयर स्ट्राइक (Balakot Air Strike) की टीस अब तक इस्लामाबाद को दर्द देती रही है। हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक आगा जफ़र हिलाली (Former Pakistan diplomat Aga Hilali) ने एयर स्ट्राइक पर बयान देकर पाकिस्तान के नासूर को कुरेद दिया है। भले ही भारत में कई लोगों ने इस कार्रवाई की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठाये हो, लेकिन अब खुद आगा हिलाली ने माना है कि भारतीय वायुसेना ने उनकी सरजमीं पर बड़ी कार्रवाई करते हुए, 300 आंतकियों को मौत के घाट उतारा था।
आगा जफ़र हिलाली ने एक पाकिस्तानी टीवी चैनल के कार्यक्रम के दौरान हमारे वायुवीरों के शौर्य का खुलासा किया। गौरतलब है कि ऐसा पहली बार हुआ है कि, जब किसी पाकिस्तानी राजनयिक और रक्षा विशेषज्ञ ने ये बात खुले मंच पर अधिकारिक तौर पर मानी हो। आगा हिलाली पाक-भारत रक्षा मामलों के विशेषज्ञ है। जिन्हें अक्सर द्विपक्षीय रक्षा मामलों और सामरिक मुद्दों (Bilateral Defence Affairs and Strategic Issues) के पर बहस करने के लिए टीवी चैनल्स की डिबेट्स में बुलाया जाता है। खुद वो भी अक्सर बालाकोट एयर स्ट्राइक की सच्चाई कबूलने से बचते आये है, लेकिन हाल ही में पाकिस्तानी टीवी चैनल पर उन्होनें ये बड़ा खुलासा किया।
उन्होनें कहा कि- भारतीय वायुसेना ने एकदम जंग के तर्ज पर सीमा पार करके इस ऑप्रेशन को अन्ज़ाम दिया। इस कवायद के दौरान पाकिस्तान की सरजमीं पर करीबन 300 आंतकी मारे गये। इस दौरान उनके कैंप, लॉन्च पैड, रसद और हथियारों को भारी नुकसान पहुँचा। इस बीच पाकिस्तान ने एक अलग टारगेट बनाते हुए, भारतीय वायुसेना के एक बड़े अधिकारी को पकड़ा। इस्लामाबाद का ये कदम पूरी तरह वाज़िब था। उस दौरान हमने कहा कि, एयरस्ट्राइक के दौरान पाकिस्तान को कुछ नुकसान नहीं हुआ। अब हिन्दुस्तान जो भी करेगा हम सिर्फ उसका उसी अन्दाज़ में ज़वाब देगें।
इस्लामाबाद को लगातार हिन्दुस्तान की ओर से होने वाली सैन्य कार्रवाईयों को डर परेशान करता रहा है। साल 2020 के दौरान चीन से बने सैन्य गतिरोध के कारण भारत ने अपनी जंगी ताकत में बेतहाशा बढ़ोत्तरी की है। जिससे पाकिस्तान बुरी तरह थर्राया हुआ है। पाकिस्तान संसद इसी मसले को लेकर एक मामला सामने आया था। जिसमें खुलासा हुआ था कि, विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की रिहाई को लेकर भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दे दी थी। अगर उनकी रिहाई ना होती तो भारत पाकिस्तान की खिलाफ कई सैन्य मोर्चे खोल देता। जिसे लेकर पाकिस्तानी सेना के मुखिया कमर जावेद बाजवा के पैर कांप उठे थे।