न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): इंडियन प्रीमियर लीग 2020 (IPL) के दौरान, ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को ख़राब फिटनेस और मोटापे के कारण काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था। हालांकि, आलोचना को नज़रंदाज़ करने के बजाय, बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) के 2020-21 एडिशन के दौरान पंत उभर कर सामने आए।
पंत ने 68.50 की औसत से 274 रन बनाकर अब तक का भारत का सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले खिलाडी भी बने। सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में 97 पर आउट होने के बाद वह शतक से चूक गए।
हालांकि, ब्रिस्बेन में उनके नाबाद 89 रन ने भारत को चार मैचों की सीरीज को 2-1 से जीतने में मदद की। एडिलेड ओवल (Adelaide Oval) में पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन के बाद भारत ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी भी बरकरार रखी।
इस बीच, पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने द गब्बा (The Gabba) में मैच जीतने के लिए पंत की सराहना की। उन्होंने पंत की प्रशंसा करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी एक मेम अपलोड किया। उन्होंने ट्रवीट लिखा, “इस सीरीज की जीत एक ऐसी जीत है जो कई पीढियो को देखने को नहीं मिलती है और इस जीत के आगे कुछ मायने नहीं रखता है। इस जीत की ख़ुशी सालों तक मनाई जाएगी। जय भारत।”
अंतिम टेस्ट में भारत की तीन विकेट से जीत के बाद, पंत की खुशी की कोई सीमा नहीं थी। पंत ने टीम प्रबंधन का समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे टीम इंडिया ने एडिलेड टेस्ट में हार के बाद अपनी कमर कस ली थी।
पंत ने मैच के बाद कहा “यह मेरे जीवन के सबसे बड़े दिनों में से एक है। टीम ने मुझे जो समर्थन दिया है वह तब भी था जब मैं नहीं खेल रहा था। यह एक सपना सच हो गया है।”
पन्त ने आगे कहा कि, “हम पहले टेस्ट के बाद से ही कठिन अभ्यास कर रहे हैं। टीम प्रबंधन हमेशा मुझे समर्थन देता है और मुझे उत्साहित करने के लिए कहता है कि आप मैच विजेता हैं और आपको वहां जाना होगा और जीतना होगा और मुझे खुशी है कि मैंने आज किया।”