न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): जो बाइडन (Joe Biden) ने आज से 46 वें अमेरिकी राष्ट्रपति का कार्यभार संभाल लिया है। बाइडन अपनी उदारवादी नीतियों के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं। बेहतर प्रशासन के लिए उन्होंने अपनी टीम में कई भारतवंशियों को नामित किया। प्रेजिडेंशियल डिबेट (Presidential Debate) के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कई मुद्दों को लेकर तल्खियां देखी गयी। ऐसे में इस बात के पुख़्ता कयास लगाये जा सकते है कि सत्ता संभालते ही राष्ट्रपति जो बाइडन, पूर्व राष्ट्रपति के कई फैसलों को पलट सकते है। जिनसे वैश्विक परिवेश पर सीधा असर पड़ेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति का चुना जाना पूरी दुनिया पर सीधा असर डालता है।
माना जा रहा है कि, ईरान परमाणु डील, पेरिस समझौता, आव्रजन नीतियां (Immigration policies), मध्य पूर्व एशिया में अमेरिकी मौजूदगी, विश्व स्वास्थ्य संगठन को फंडिंग, दक्षिणी चीन सागर में अमेरिकी बलों की मौजूदगी और होंडुरास से होते हुए मेक्सिको की तरफ से अमेरिका आने वाले शरणार्थियों पर अमेरिकी नीति जैसे कई मुद्दों की समीक्षा कर उन्हें बदला जा सकता है। जिस पर दुनिया भर की निगाहें टिकी हुई है। कयास लगाये जा रहे है कि चीन और पाकिस्तान को लेकर मौजूदा सरकार का रवैया ट्रम्प सरकार के तर्ज पर ही कायम रहेगा। साथ ही इंडोपेसिफिक इलाके में अमेरिकी बलों की मौजूदगी पहले की तरह कायम रहेगी।
सबसे बड़ा फायदा ईरान को पहुँचेगा। अब लगे अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों को तयशुदा निर्धारित तरीके से धीरे-धीरे हटाया जा सकता है। जिससे ईरानी अर्थव्यवस्था की भारी राहत मिलेगी, पर इसके लिए बाइडन प्रशासन उनके परमाणु कार्यक्रम में बड़ी पारदर्शिता की उम्मीद पाले बैठा है। अगर ईरान को ये राहत मिलती है तो मध्य पूर्व एशिया में शांति के स्थायी समाधान हो सकेगें। फिलहाल ईरान और इस्राइल के बीच तनाव अपने चरम पर चल रहा है। बाइडन के हस्तक्षेप से ये गतिरोध खत्म हो सकता है। भारत को लेकर नयी अमेरिकी सरकार की नीतियों में भी काफी सकारात्मक संभावनायें बन सकती है। पिछले एक दशकों के दौरान भारत को लेकर अमेरिकी झुकाव काफी आशापूर्ण रहा है। जिस पर इस सरकार के कायम रहने की उम्मीद है।
भारत को लेकर नये अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन (New US Defense Minister Lloyd Austin) ने अपना रूख़ पहले ही साफ कर दिया है। सीनेट के सदस्यों के साथ बैठक के दौरान उन्होनें नयी रक्षा नीति का खुलासा करते हुए कहा कि भारत के साथ संबंधों को और मजबूत किया जायेगा। जिसके तहत नये रक्षा समझौते और रक्षा तकनीकों का हस्तांतरण किया जायेगा। क्वाड गठबंधन को मजबूती देने के लिए भारत को अहम रणनीतिक और रक्षा साझेदार का दर्जा दिया जायेगा। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि- अमेरिकी राष्ट्रपति पद शपथ ग्रहण करने पर जो बाइडन को मेरी हार्दिक शुभकामनायें। भारत अमेरिका के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूती देने के लिए उनके साथ काम करने के लिए तैयार है।