नई दिल्ली (शौर्य यादव): गाजीपुर पर किसान आंदोलन (Kisan Andolan) की कमान संभाले नरेश टिकैत अभी भी मैदान में डटे हुए हैं। कल मीडिया में भावुक अपील को देखते हुए कई किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर वापसी करने का फैसला लिया। इस बीच रैपिड एक्शन फोर्स, दिल्ली पुलिस, हरियाणा पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस ने मीटिंग करते हुए संयुक्त रणनीति (Joint strategy) लागू करने का मन बनाया। धरना स्थल पर टेंट और कई अस्थायी शौचालयों को पुलिस ने हटा दिया था। लेकिन अब हालात एक बार फिर से भारतीय किसान यूनियन और टिकैत के पक्ष में बनते दिख रहे हैं।
बीती रात लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर की अगुवाई में, कुछ लोग गाजीपुर धरनास्थल पर पहुंचे जिससे की हालत काफी नाजुक हो गए। इस बीच नरेश टिकैत ने आंदोलनकारियों से प्रदर्शन पर बने रहने और गिरफ्तारी ना देने की अपील की। बताया जा रहा है कि प्रशासन और राकेश टिकैत के बीच लगभग सहमति बनती नजर आ रही थी इस बीच लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के आने से प्रशासन की सारी कवायद धरी की धरी रह गई और नरेश टिकैत ने मन बदलते हुए ऐलान किया कि वह मरते दम तक मंच नहीं छोड़ेंगे।
साथ ही आरोप लगाया कि भाजपा विधायक गुंडागर्दी कर रहे हैं उनके साथ जबरन पुलिसिया कार्रवाई की गई तो वहीं पर वो फांसी लगा लेगें। जिसकी जिम्मेदारी पुलिस और प्रशासन की होगी। टिकैत ने मंच से आंदोलन जारी रखने की बात कही। इस बीच भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गाजीपुर बॉर्डर पर अपनी कथित मौजूदगी का खंडन (Alleged presence denied) किया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक धरना स्थल पर साहिबाबाद के विधायक सुनील शर्मा अपने समर्थकों और आसपास की रेजिडेंस वेलफेयर एसोसिएशन के लोगों के साथ पहुंचे थे। उन्होंने धरना स्थल पर बैठे टिकैत से टेंट हटाने की बात कही। जिसके बाद मामला गर्मा गया।
टिकैत को समर्थन देने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट समुदाय के लोग कई जगह महापंचायत का आह्वान कर किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए आम सहमति बनाते नजर आ रहे हैं। इस बीच आरएलडी नेता जयंत चौधरी गाजीपुर बॉर्डर पर आज तड़के सुबह किसान नेताओं से मुलाकात की। साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राकेश टिकैत को फोन कर का हालचाल जाना।
इन सबके बीच बुलन्दशहर, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, बिजनौर, मेरठ और डासना जैसे जाट बहुल इलाकों में यूपी पुलिस लगातार अपनी नजरें बनाए हुए हैं। इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस, दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस आपस में सूचनाएं साझा कर रही है। आज सुबह दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया यूपी गेट धरना स्थल पर पहुंचे। जहां उन्होंने कहा कि सिख कट्टर देशभक्त कौम है। उसे बदनाम किया जा रहा है।