नई दिल्ली (प्रियंवदा गोप): अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और उनकी पार्टी लगातार दावा करते रहे है कि, उनकी अगुवाई में दिल्ली के सभी महकमों में फर्जीवाड़ा रूका है। जिससे सारा पैसा दिल्ली के विकास पर खर्च हो रहा है। दूसरी ओर सूत्रों से मिल रही खब़र के मुताबिक अरविंद केजरीवाल का परिवार अब फर्जीवाड़े और ठगी की चपेट में आ गया है। हाल ही में उनकी बेटी हर्षिता केजरीवाल सोफे को बेचने की जानकारी एक ई-कॉर्मर्स प्लेटफॉर्म पर डाली। जिसके बाद एक शख्स ने खुद को खरीदार बताते हुए हर्षिता से संपर्क किया।
इस दौरान दोनों की बातचीत हुई और डील को फाइनल कर लिया गया। आरोपी खरीदार ने हर्षिता से ट्रांजैक्शन और अकाउंट से जुड़ी सभी जानकारियां ली और उनके खाते में एक छोटी सी रकम ऑनलाइन ट्रांसफर (Online transfer) की। रकम आने के बाद आरोपी खरीदार ने हर्षिता को क्यू आर कोड भेजा और कहा कि वो इसे स्कैन करें जिससे कि बाकी की रकम उनके अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांसफर हो जाए। जैसे ही हर्षिता ने क्यूआर कोड को स्कैन किया तो उनके खाते से बीस हज़ार रूपये निकल गए।
हर्षिता ने तुरन्त इसकी जानकारी फोन करके आरोपी खरीदार को दी। उसने कहा कि ऐसा गलती से हो गया होगा, इसलिए इसी कवायद को वो दुबारा दोहराये। जैसे ही हर्षिता ने दुबारा क्यूआर कोड स्कैन किया तो उनके खाते से एक बार फिर चौदह हज़ार रूपये कट गये। फिलहाल इस फर्जीवाड़े की शिकायत सिविल लाइंस थाने में कर दी गई है। सूचना एवं प्रौद्योगिकी अधिनियम (Information and Technology Act), इंडियन पिनल कोर्ट की विभिन्न धाराओं के तहत पुलिस ने मामला दर्ज छानबीन शुरू कर दी। मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण दिल्ली पुलिस उत्तरी जिला ने विशेष टीम को सर्विलांस और जांच का काम सौंपा है।