न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने किसानों के विरोध आन्दोलन पर बात करते हुए कहा कि आन्दोलनजीवीयों ने इस आन्दोलन का “अपहरण” कर लिया है। बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि किसान आन्दोलन “पवित्र” है लेकिन उन्होंने देश में “आन्दोलनजीवीयों” से सावधान रहने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने लोकसभा में कहा कि “मैं किसान आन्दोलन को पवित्र मानता हूं। लेकिन, जब आन्दोलनजीवी ने पवित्र आन्दोलन को अपहरण कर लिया है और ये लोग गंभीर अपराधों के लिए जेल में बंद अपराधियों की तस्वीरें दिखाने लगे, क्या यह किसी मकसद के तहत किया जा रहा है? टोल प्लाजा को काम नही करने दे रहे, टेलीकॉम टावरों को नष्ट कर रहे है- क्या ये पवित्र आन्दोलन कर रहे है?”
प्रधानमंत्री ने कहा कि ” ये ऐसे लोग हैं जो सही चीजों पर बात करते हैं। लेकिन यही लोग जब सही चीजें करने की बात आती है, तो अपने शब्दों के अनुसार कार्य करने में विफल हो जाते हैं। जो लोग चुनावी सुधारों पर बड़ी बात करते हैं, वे एक राष्ट्र एक चुनाव का विरोध करते हैं। वे लैंगिक न्याय की बात करते हैं लेकिन ट्रिपल तालक (Triple Talaq) का विरोध करते हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “कांग्रेस पार्टी जो एक बहुत पुरानी पार्टी है जिसने देश पर लगभग छह दशकों तक शासन किया, अब ऐसी पार्टी हो गई है कि इसकी राज्यसभा इकाई एक दिशा में चलती है जबकि लोकसभा इकाई दूसरी दिशा में चलती है। इस तरह की “विभाजित” और “भ्रमित” पार्टी न तो खुद के लिए कुछ अच्छा कर सकती है और न ही देश की समस्याओं का कोई समाधान सोच सकती है।”