न्यूज़ डेस्क (ज्योति): जब से भारत ने आत्मनिर्भर होने की ठानी है तब से ही भारत हर क्षेत्र में अपना दम दिखा रहा है चाहे वो क्षेत्र सुरक्षा का हो या फिर स्वास्थ्य, इसी के साथ हिंदुस्तान बाकी देशों के लिए मिसाल भी कायम कर रहा है। वहीं एक बार फिर भारत अंतरिक्ष की उड़ान भरने को तैयार है। और पढ़ें – Jharkhand में प्रेमिका और पत्नी के बीच शादीशुदा मर्द का हुआ बंटवारा
आपको बता दें कि फरवरी के आखिरी दिनों में एक सैटेलाइट (Satellite) लॉन्च की जाएगी, जो अपने साथ भगवद् गीता (Bhagwad Gita) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की फोटो साथ लेकर अंतरिक्ष में जाएगी। इस नैनो सैटेलाइट का नाम भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को आकार प्रदान करने वाले महान व्यक्तित्व सतीश धवन (Satish Dhawan) के नाम पर पड़ा है।
इसी कड़ी में ये प्राइवेट क्षेत्र का पहला उपग्रह होगा जो अन्य अंतरिक्ष मिशन की तरह ही भगवद् गीता, प्रधानमंत्री मोदी की फोटो और अन्य 25,000 लोगों के नामों को लेकर अंतरिक्ष में जाने वाली है। इस नैनो सैटेलाइट को पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) द्वारा प्रोजेक्टिड किया जाएगा। और पढ़ें – राजद की पहल से Lalu Yadav की ज़िन्दगी उतरेगी सिल्वर स्क्रीन पर
ये नैनो सैटेलाइट स्पेसकिड्स इंडिया (Spacekids India) की तरफ से विकसित की जा रही है। ये एक ऐसी संस्था है जो छात्रों के बीच अंतरिक्ष ज्ञान को बढ़ावा देती है और इसे महान वैज्ञानिक सतीश धवन के द्वारा बनाया गया था। ये सैटेलाइट अपने साथ तीन अन्य पेलोड्स को भी लेकर आएगी।
मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक स्पेसकिड्स इंडिया के संस्थापक और सीईओ का कहना है कि अभी हम सब काफी उत्सुक हैं और यह अंतरिक्ष में तैनात होने वाली ये उनकी पहली सैटेलाइट होगी। और पढ़ें – Jharkhand में प्रेमिका और पत्नी के बीच शादीशुदा मर्द का हुआ बंटवारा
खबरों की मानें, तो स्पेसकिड्स इंडिया ने अपने इस मिशन को अंतिम रूप देने के लिए उन्होनें लोगों से अपना नाम भेजने को कहा, जो अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे। एक हफ्ते के अंदर 25,000 नाम प्राप्त हुए इनमें से एक हजार नाम भारत के बाहर से प्राप्त हुए हैं। जिन लोगों के नाम भेजे जाएंगे, उन्हें बोर्डिंग पास भी मुहैया कराया जायेगा।
गौरतलब है कि इससे पहले भी कई लोग बाइबल जैसी पवित्र पु्स्तकों को अंतरिक्ष में ले जा चुके हैं। वहीं इसमे प्रधानमंत्री मोदी के नाम और उनकी फोटो को भी जोड़ा गया है। इसके अलावा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरपर्सन और वैज्ञानिक सचिव का नाम भी नीचे के पैनल पर लिखा गया है। और पढ़ें – राजद की पहल से Lalu Yadav की ज़िन्दगी उतरेगी सिल्वर स्क्रीन पर