जानिए Basant Panchami से जुड़ी कुछ अहम बातें

शीश झुकाके करें पुष्प तुझको अर्पण
वाणी तेरी रस भरी सी, मुख तेरा जैसे एक दर्पण

बसंत पंचमी क्यो मनाते है?

भारत की संस्कृति ऐसी है जहां आए दिन कोई ना कोई त्योहार लोगों के मन और जीवन में हर्षोउलास भरते ही रहते है साथ ही करोड़ों लोगों की अस्था को भी प्रोसाहित करते है। इन ही त्यौहारों की सूची में से एक बसंत पंचमी का भी त्यौहार है। बसंत पंचमी (Basant Panchami) के दिन माता सरस्वती की पूजा की जाती है साथ ही इस दिन पीले कपड़ो को पहना जाता है। और पढ़ें – अगर आप भी Alcohol के साथ इस्तेमाल करते है ये चीज़ तो हो जाएँ सावधान

कहा जाता है कि प्रचीन भारत और नेपाल में एक साल को छह महीनो में बांटा गया था, उनमें से लोगो को सबसे ज्यादा बसंत का मौसम रास आया क्योकी इस मौसम के शुरू होते ही फूलों बहार आ जाती और खेंतो में सरसों की फसलें लहराने लगती है। हालाँकि लोग माघ के महीनें में बंसत ऋतु का स्वागत करने के लिए पांचवे दिन ढेरों खुशियाँ मनाते हुए भगवान विष्णु और कामदेव की पूजा करते हैं साथ ही मिलकर जश्न भी मनाते है।

ज्ञान की एक बूँद नहीं, मां तुझमे बसता है समंदर।
तू देवी है विद्यया की, मां विवेक दो सबके अंदर।

सरस्वती माता के हाथों में वीणा का क्या दर्शाता है ?

सरस्वती माता के हाथों में वीणा जिसे ज्ञान वीणा (Veena) भी कहा जाता है जो कि कई बातों को दर्शाता है। वीणा – ज्ञान, अध्यात्म, धर्म और अन्य सभी भौतिक वस्तुओं से संबंधित एक वाध यंत्र है। इसके अलावा जब वीणा को बजाया जाता है तो उसमें से मंत्रमुग्ध करने वाली ध्वनि निकलती है जो अज्ञानता का नाश कर देती है। कहा जाता है कि वीणा का हर भाग काफी अनोखा होता है क्योंकि वीणा की गर्दन के भाग में शिव, इसकी तार में पार्वती माता, पुल पर देवी लक्ष्मी, सिरे पर भगवान विष्णु और अन्य सभी स्थानों पर सरस्वती माता का वास होता है।

वीणा की ध्वनि समस्त सुखों का स्रोत भी होती है। माता सरस्वती, वीणा के सबसे ऊपरी भाग को अपने बाएं हाथ से सबसे निचले भाग को अपने दाएं हाथ से पकड़े हुए हमेशा नजर आती हैं। यही वजह है कि देवी सरस्वती को वीणा बहुत अच्छा लगता है। और पढ़ें – अगर आप भी Alcohol के साथ इस्तेमाल करते है ये चीज़ तो हो जाएँ सावधान

हंस क्यो है सरस्वती माता का वाहन ?

हंस श्वेत रंग का होता है और श्वेत रंग देवी सरस्वती को अत्यधिक पसंद है साथ ही हंस एक ऐसा अनोखा पक्षी होता है जो दूध और पानी को अलग कर सकता है, जो कि उसके विवेक को दर्शाता है। हालाँकि सफेद रंग शांति और सम्मान का प्रतिक होता है इन्हीं कारणों से हंस देवी सरस्वती का वाहन है।

बसंत पंचमी कौन मनाता है ?

बसंत पंचमी का त्योहार ज्यादातर हिंदू लोग मनाते है साथ ही इस दिन देवी सरस्वती की विधिवत पूजन किया जाता है और लोग ज्ञान की देवी से बुद्धि और विवेक की प्रार्थना करते है। इस दिन विधार्थी भी देवी से अच्छी शिक्षा और ज्ञान का आशीर्वाद मांगते है इतना ही नहीं देवी अपने सभी भगतों की इच्छाओं को हमेशा पूरा करती है। और पढ़ें – अगर आप भी Alcohol के साथ इस्तेमाल करते है ये चीज़ तो हो जाएँ सावधान

बाकी हमारी पूरी TNN TEAM की तरफ से बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएँ।

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