न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): झारखंड (Jharkhand) के लोहरदगा में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (Improvised exploitative device) में ब्लास्ट के कारण एक जवान बुरी तरह घायल हो गए। जिसे वायुसेना की मदद से घटनास्थल से निकालकर बेहतर इलाज के लिए राजधानी रांची रवाना कर दिया गया। इस काम के लिए भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर की मदद ली गयी। धमाका लोहरदगा जिले के सेरेंगदाग थाना इलाके के अंतर्गत आने वाले दुंदुरू जंगल के पास हुआ। जहां सीआरपीएफ ने नक्सलियों की खोज में तलाशी अभियान छेड़ा था।
बुरी तरह से जख्मी जवान का नाम दुलेश्वर प्रसाद बताया जा रहा है। जोकि गुमला जिले के कटिंबा गांव के निवासी है। घटना की खबर मिलते ही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और स्थानीय पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी। जिसके बाद घायल जवान को बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट करने का फैसला लिया गया। माना जा रहा है कि ये घटना नक्सलियों की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है ताकि नक्सल विरोधी अभियान (Anti naxal operations) को झटका दिया जा सके। जिसके लिए नक्सली कई ऐसे इलाकों में आईईडी प्लान्ट कर रहे है, जो कि रेकी और पेट्रोलिंग के लिए सुरक्षित समझे जाते है।
घटना वाले इलाके में सीआरपीएफ की 158 वीं वाहिनी तैनात है। जिसे ऑप्रेशंस में मदद के लिए झारखंड पुलिस के विशेष दस्ते की मदद मिलती है। इस अभियान में सेरेंगदाग थाना के कई ज़वान भी शामिल थे। सघन जंगल में ज़वान दुलेश्वर प्रसाद का पैर आईईडी ट्रिगर के ऊपर पड़ गया। जिससे धमाका हुआ। धमाके के बाद साथी ज़वानों ने पाया कि दुलेश्वर प्रसाद का पैर बुरी तरह ज़ख्मी हो गया है। प्राथमिक चिकित्सा देने के बाद कमांडेट ने बेहतरीन इलाज के लिए उनके मौके से बाहर निकालने की फैसला लिया। खब़र लिखे जाने तक घटना में और किसी के घायल होने की कोई खब़र सामने नहीं आयी है।