दिल्ली (ब्यूरो) भगवा रंग में लिपटी ज़ाहिल और मानसिक दिवालियेपन से जूझ रही ये जोकें (Parasite) हिन्दू धर्म (Hindu religion) के सही मायने में हत्यारे है। इनके मुताबिक अगर कोई महिला अपने मासिक चक्र (menstrual cycle) से गुजर रही है, उसके हाथ का बना भोजना खा लेने से निश्चित रूप व्यक्ति का अगला जन्म (Next birth) बैल (OX) की योनि में होगा। और साथ ही दूसरी ओर जो महिला मासिक धर्म के दौरान अपने पति के लिए भोजन बनाती है, वो अगले जन्म में कुतिया (Bitch) बन कर पैदा होती है। ये परमपावन वचन कृष्णस्वरुप दास नामक जोंक के है, जो गुजरात (Gujarat) के स्वामीनारायण सम्प्रदाय (Swaminarayan Community) से आते है। ये उपदेश उन्होनें स्वामीनारायण भुज मंदिर में दिये थे। आप लोग आसानी से अन्दाज़ा लगा सकते है कि इस सम्प्रदाय और इसके अनुयायियों (Followers) की क्या मानसिकता (Mindset) होगी। ये लोग भुज (bhuj) में संस्थान चलाते है, जिसके छात्रावास में हाल ही में 68 हॉस्टल छात्राओं को मासिक धर्म की जांच के नाम पर ज़बरन नंगा किया गया। इस तरह की घटनायें देश और धर्म पर काला स्याह धब्बा लगाने का काम करती है। कहाँ गये महिला अधिकारों की बात करने वाले ठेकेदार। ऐसे लोगों को खुलेआम सूली पर लटका देना चाहिए, क्योंकि यहीं ज़मात धर्म और मज़हब की आड़ में काले कारनामें करती है।