न्यूज़ डेस्क (ज्योति): भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच भारत की मॉडर्न सिटी यानि बेंगलुरु अपने शांत वातावरण के लिए जानी जाती है। जहां बेंगलुरु अपने टूरिस्ट स्पॉट के कारण हमेशा पर्यटको की पसंद बना रहता है, वहीं एक सर्वेक्षण के अनुसार भारत की गार्डन सिटी का 2020 में सबसे खराब वायु प्रदूषण (Pollution) के कारण तीसरें पायदान पर नाम दर्ज हुआ है। बता दें कि प्रदूषण के कारण लगभग 12,000 लोगों की मौत भी हो चुकी है। ये भी पढ़ें – सोशल मीडिया पर छाया Janhvi Kapoor की सिस्टर का खुमार, फैन्स भी देखकर हुए हैरान
बेंगलुरु (Bengaluru) एक ऐसा शहर है जो अपने पार्को और पेड़ो की ज्यादा संख्या के कारण हरे भरे शहरो में गिना जाता है इसके बावजूद भी इस शहर को सबसे प्रदूषित सिटी में शामिल किया गया। जहां बेंगलुरु को प्रदूषित सिटी की लिस्ट में गिना गया, वहीं दिल्ली की बात करें तो उसके हालात और भी खराब है। दिल्ली जिसे सबसे ज्यादा प्रदूषित सिटी के नाम से जाना जाता है उसमे प्रदूषण के चलते लगभग 54,000 मौतें हुई है।
सपनों का शहर यानि की मुंबई (Mumbai) उसके भी हालात कुछ ज्यादा अच्छे नही है। पिछले साल पूरे भारत में वायु प्रदूषण में मुबंई दूसरे स्थान पर था और मुंबई में वायु प्रदूषण के कारण 25,000 मौतें हुई। वैश्विक स्तर पर बात करें तो प्रमुख शहरों की तुलना में दिल्ली (Delhi) की मौतें काफी चौकानें वाले है।
खबरों के मुताबिक प्रदूषित हवा से कैंसर और स्ट्रोक के कारण होने वाली मौतों की संभावना बढ़ जाती है। वहीं वायु प्रदूषण को कम करने के लिए शहरों को कार्बन-तटस्थ परिवहन विकल्पों को भी बढ़ावा देना चाहिए, जो साइकिल चलाने और सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता देते है। स्वच्छ ऊर्जा और स्व्च्छ परिवहन के बढ़ते उपयोग पर भी निष्कर्ष निकाला जरुरी है क्योकि ये अर्थव्यवस्था औऱ सार्वजनिक धन को भी बढ़ाने में मददगार होगा।
इसी कड़ी में वृक्षारोपण से भी वायु स्तर को नियंत्रण किया जा सकता है यह पर्यावरण के लिए एक अच्छा कदम साबित होगा। ये भी पढ़ें – सोशल मीडिया पर छाया Janhvi Kapoor की सिस्टर का खुमार, फैन्स भी देखकर हुए हैरान