न्यूज़ डेस्क (उर्मिला): मोदी सरकार द्वारा पारित किए गए नए कृषि कानून को लेकर, जहां एक तरफ किसान संगठन (Kisan Sangthan) लगभग बीते तीन महीनों से अपनी मांगो पर अड़े हुए हैं। वहीं दूसरी ओर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मोदी सरकार को खुली चुनौती देते हुए कहा कि- अगर केंद्र सरकार ने नए कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया तो इस बार हमारा अगला कूच संसद भवन का होगा और अबकी बार हम संसद भवन को घेरेंगे। साथ ही संसद भवन परिसर में हमारे चालीस लाख ट्रैक्टर जाएंगे।
बीते मंगलवार राकेश टिकैत ने राजस्थान के सीकर में किसान मोर्चा की महापंचायत (Kisan Morcha Mahapanchayat) को संबोधित करते हुए कहा कि, दिल्ली कान खोलकर सुन ले, ये किसान संगठन और हमारे ट्रैक्टर (संसद भवन) भी वही होंगे और अबकी बार हमारा आह्वान संसद का होगा। इस बारक कहकर जाएंगे संसद पर। इस बार चार लाख नहीं, बल्कि 40 लाख ट्रैक्टर जायेंगे।
आगे उन्होंने कहा कि, सभी किसान भाई तैयार रहे क्योंकि कभी भी किसी भी समय दिल्ली जाने का आह्वान हो सकता है। इसी बीच उन्होंने कहा कि सभी किसान इंडिया गेट के नजदीकी पार्कों में जुताई करेंगे और फसल भी उगाएंगे। साथ ही संसद भवन को घेरने (Siege of parliament house) के लिए भी तारीख सुनिश्चित करेंगे।
टिकैत ने केंद्र सरकार को किसानों की तरफ से ये खुली चुनौती है कि, अगर सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस नहीं लिए और एमएसपी लागू नहीं की तो बड़ी-बड़ी कंपनियों के गोदाम को भी तोड़ने का काम देश के किसान ही करेंगे। इसके लिए भी संयुक्त किसान मोर्चा जल्द ही तारीखें जारी करेगा।
इस महापंचायत को स्वराज आंदोलन के नेता योगेंद्र यादव, अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमराराम, किसान यूनियन के राष्ट्रीय महामंत्री चौधरी युद्धवीर सिंह सहित अन्य कई किसान नेताओं ने भी संबोधित किया।