न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): बीते शनिवार अपने निर्वाचन क्षेत्र बेगूसराय में नाकारा अधिकारियों को जमकर लताड़े हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) की ज़ुबान फिसल गयी। उन्होनें लोगों से कहा कि अगर अधिकारी उनकी शिकायत नहीं सुनते और दरकिनार करते हुए दर बदर भटकने के लिए मजबूर करते है तो अधिकारियों को बांस के लट्ठ से पीटो। गिरिराज सिंह ने ये बात खोदावंदपुर में कृषि संस्थान (Agricultural institute) द्वारा आयोजित समारोह में कही। फायरब्रांड भाजपा नेता ने कहा कि उन्हें अक्सर आम नागरिकों से शिकायत मिलती है कि अधिकारी लोग आम लोगों की फरियाद पर ध्यान नहीं देते।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि, मैं उनसे (आम लोगों) से कहता हूं, आप इतनी छोटी-छोटी चीजों के लिए मेरे पास क्यों आते हैं। सांसद, विधायक, ग्राम मुखिया, डीएम, एसडीएम, बीडीओ … ये सभी लोग आम जनता की सेवा करने के लिए बाध्य हैं। अगर वे आपकी बात नहीं मानते तो दोनों हाथों में बांस के लट्ठ लेकर उनके सिर पर दे मारो।
मछली पालन, पशुपालन और डेयरी फार्मिंग मंत्रालय (Ministry of Fisheries, Animal Husbandry and Dairy Farming) की कमान संभालने वाले केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि, अगर इससे भी बात नहीं बनती है तो उन्हें उठाकर फेंक दो। गिरिराज सिंह के बयान पर नाम न छापने की शर्त पर बिहार भाजपा के एक नेता ने कहा कि, उनके बयान को अन्यथा नहीं लिया जाना चाहिए। गिरिराज सिंह एक बड़े नेता हैं। जो कि आम जनता के गुस्से और रोष के सामने सीधे तौर पर ज़वाबदेह (Accountable) है। हमें उनके बयानों पर गंभीरता से सोचना चाहिए। उनके लहज़े और लफ़्जों पर नहीं जाना चाहिए।
गिरिराज सिंह अपने तीखे बयान के लिए काफी जाने जाते है। इसी हफ़्ते उन्होनें राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि राहुल गांधी को देशभर में बार-बार चुनावी करारी चुनावी शिकस्त का सामना करना पड़ रहा है। वो दिमागी तौर पर बीमार साहबज़ादे है। गिरिराज सिंह ने ये बयान राहुल गांधी के उस बयान पर दिया था। जिसमें राहुल गांधी ने कहा था कि मछुआरों के मुद्दों के लिए निपटारे के लिए देश में कोई मंत्रालय नहीं है। अगर कांग्रेस सत्ता में आयेगी तो भारत में मछुआरों के लिए अलग से मंत्रालय बनाया जायेगा।
कांग्रेस नेता के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि, वायनाड के सांसद को पता होना चाहिए कि देश में एक मत्स्य विभाग है। जिसके लिए नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा 20,050 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।