नई दिल्ली (मिताली): हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जिसमें साल 2050 का हवाला देते हुए मानवजाति को लेकर पुख्ता अनुमान लगाया गया है। अगर ये बात एकदम सटीक निकली तो करीब 700 मिलियन लोग अपनी सुनने की ताकत खो बैठे होगें। मौजूदा वक्त की बात करें तो दुनिया भर में लगभग 400 मिलियन लोगों ने अपने सुनने की काबिलियत (Hearing ability) गंवा दी है। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन की ये रिपोर्ट वाकई परेशानी का सब़ब बन सकती है।
इस बात से आसानी से अन्दाज़ा लगाया जा सकता है कि आने वाले कल ये समस्या कितना विकराल रूप से सकती हौ।
आइये एक नज़र डाले उन वज़हों जिससे सुनने की ताकत पर बुरा असर पड़ता है।
1) अगर आप बहुत तेज आवाज में गाने सुनते हैं तो, ये आपकी सुनने की ताकत पर बुरा असर डालती है।
2) सड़कों पर ट्रैफिक जाम होने पर लोगों के जरिये हॉर्न ब्लो करना भी एक बड़ी वज़ह है।
3) फैक्ट्रियों के कारण भी ध्वनि से जुड़ी कई समस्यायें पैदा हो सकती है।
गौरतलब है कि लोगों को जागरूक करने के लिए 3 मार्च को हियरिंग डे के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है।
साथ ही खास बात ये है कि इस साल वर्ल्ड हियरिंग डे की थीम ऑल-स्क्रीन की हियरिंग केयर होगी। दुखद बात ये है कि हज़ारों लोग अभी भी इस गंभीर समस्या से अंजान हैं और यहीं वजह हो सकती है कि पहली बार सुनने की शक्ति से जुड़ी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के द्वारा कोई रिपोर्ट लॉन्च की गई है।
वहीं दूसरी ओर डॉक्टर शुचिन बजाज का कहना हैं कि, विश्व स्वास्थ्य संगठन की भविष्यवाणी है कि 2050 तक चार में से एक शख़्स सुनने की समस्या से झेल सकता है। जो कि गंभीर स्वास्थ्य हालातों का कारण बन सकती है। अगर कोई शख्स सुनने की ताकत खो देता है तो उसे अपनी निजी ज़िन्दगी से लेकर व्यवसायिक जीवन (Professional life) में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इससे बातचीत करने में काफी दिक्कतें पैदा हो सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक 2050 तक ये आंकड़ा 700 मिलियन से ज़्यादा हो जाने की संभावना जतायी जा रही है। अगर बात करें वज़हों की तो ज़ाहिर तौर पर बढ़ता ध्वनि प्रदूषण पहले पायदान पर आयेगा।
आइए जानते हैं कि, कैसे बचा जा सकता हैं इस समस्या से।
ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर अमिताभ मलिक कहते हैं कि कई लोग धीरे- धीरे अपनी सुनने की शक्ति खो रहें हैं। जिसकी रोकथाम करना ज़रूरी है। इसके अलावा ये जन्मजात भी हो सकता है। साथ ही ये समस्या उम्र के तकाज़े के कारण भी हो सकती हैं।
तो इस समस्या को रोकने के लिए कुछ एहतियात बरतने की जरूरत है।
1) कान की सफाई समय के साथ करवाते रहिये।
2) कान का वैक्स कराने से बचें।
3) अपने कानों को शोर शराबे से दूर रखें।
फिलहाल विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों को रिपोर्ट के जरिये चेतावनी दे दी है। अब लोगों का फर्ज बनता है कि वो इस समस्या से अपने आपको बचाये।