न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): कोरोना दिशा-निर्देशों (Corona Guidelines) को ध्यान में रखते हुए आज से शुरू होने वाले मलयालम माह मीनम के दौरान सबरीमाला अयप्पा मंदिर को उत्रम उत्सव की पंच दिवसीय मासिक पूजन के लिए खोल दिया जायेगा। जिसके लिए केरल उच्च न्यायालय ने इस पूजा में शामिल होने के लिए मात्र 10,000 भक्तों को ही दर्शन की मंजूरी दी है। त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड के मुताबिक मेल्संथी वीके जयराज पोट्टि आज शाम 5 बजे थन्थरी कंदरारू राजीवारु के मार्गदर्शन में मंदिर गर्भगृह खोलेंगे।
इसके बाद मंदिर परिसर में अलग-अलग अपदेवता मंदिरों में पूजन और वैदिक अनुष्ठानों का भी उद्घाटन होगा। सभी श्रद्धालुओं को कल यानि सोमवार (15 मार्च 2021) से मंदिर में दर्शन करने की इज़ाजत दी जायेगी। कोरोना महामारी के दुबारा से सिर उठाने के मद्देनज़र दर्शन केवल वहीं भक्त कर पायेगें, जिन्होनें वर्चुअल माध्यम से दर्शन के समय का स्लॉट बुक किया है।
देवास्वोम पीठ द्वारा निर्धारित किये गये कोरोना दिशा-निर्देश
जस्टिस सीटी रविकुमार और मुरली पुरुषोत्तम ने सबरीमाला के विशेष आयुक्त (Special commissioner) द्वारा नियमित तौर पर वर्चुअल माध्यम से दर्शन स्लॉट की बुकिंग की पेशकश को खाऱिज कर दिया। मौजूदा हालात में मात्र 5000 भक्तों को ही ऑनलाइन दर्शन स्लॉट की बुकिंग की सुविधा इस्तेमाल करने की मंजूरी दी गयी है। देवास्वोम बोर्ड ने कहा था कि COVID RT-PCR की निगेटिव रिपोर्ट के साथ आने वाले सभी भक्तों को दर्शन करने की इज़ाजत मिलनी चाहिए। कोर्ट ने बोर्ड की इस मांग को नकार दिया। जिन भक्तों को मासिक पूजन में शामिल होना है, उन्हें 15 से पहले ऑनलाइन दर्शन करने के लिए कहा गया है।
बोर्ड द्वारा निर्धारित व्यवस्था में भक्तों को अपने साथ COVID के RT-PCR की निगेटिव रिपोर्ट लानी होगी। जिसका टेस्ट कम से कम 48 घंटे पहले किया हुआ हो। दर्शन के लिए वर्चुअल लाइन (Virtual line) लगाने की प्रणाली केरल पुलिस द्वारा संचालित वेबसाइट से की जायेगी। मीनम मासिक पूजा के लिए 15 मार्च को खुलने वाला मंदिर 28 मार्च को उत्रम उत्सव के बाद बंद हो जाएगा। कोर्ट में सुनवाई के दौरान विशेष आयुक्त ने न्यायिक बेंच को बताया कि, सबरीमला आने वाले भक्तों के लिए नीलाक्कम में COVID परीक्षण सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी। जहां मात्र एक घंटे के भीतर टेस्ट की रिपोर्ट जारी कर दी जायेगी।