न्यूज़ डेस्क (उत्तर प्रदेश): इलाहाबाद विश्वविद्यालय (Allahabad University) के उप-कुलपति (vice-chancellor) ने जिला मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर अज़ान के लिए लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला दिया और कहा कि इससे उनकी नींद में खलल पड़ता है और कार्य कुशलता प्रभावित होती है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति संगीता श्रीवास्तव ने जिला मजिस्ट्रेट को एक प्रत्यक्ष पत्र लिखकर सूचित किया है कि सिविल लाइंस इलाके में पास की मस्जिद से सुबह की नमाज (अज़ान) के लिए हर सुबह 5.30 बजे उनकी नींद में खलल पड़ता है।
उसने कहा कि इस प्रकार परेशान होने वाली नींद की भरपाई बाद में नहीं की जा सकती और यह समग्र कार्य कुशलता को प्रभावित करती है।
इसलिए, उन्होंने डीएम से इस संबंध में उच्च न्यायालय के आदेशों का हवाला देते हुए मस्जिद को सार्वजनिक सूचना प्रणाली (loudspeakers) के उपयोग से प्रतिबंधित करने का आग्रह किया।