नई दिल्ली (शौर्य यादव): राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बजट सत्र के दूसरे हिस्से में आज सत्र (Parliament Proceeding) के चौथे दिन बीमा संशोधन विधेयक 2021 के खिलाफ खुलकर अपनी बात सदन में रखी। उन्होंने कहा कि बीमा संशोधन विधेयक 2021 में भारी खामियां है। इसकी समीक्षा करने के लिए इसे वापस स्थाई समिति के पास भेजना चाहिए। अगर इसके प्रावधान लागू हो गये तो बीमा क्षेत्र में विदेशी कंपनियों का नियंत्रण और मालिकाना हक लागू होते देर नहीं लगेगी। अगर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आ गया तो देश में मोदी जी वेस्ट इंडिया कंपनी ले आएंगे। जिससे गुजरात में बैठे कुछ खास लोगों को मदद मिलेगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार पहले से ही बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ाकर 49% कर चुकी है, अब इसकी सीमा को बढ़ाकर 74 फ़ीसदी किया जाना तय किया गया है। गौरतलब है कि राज्यसभा में बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा को 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 74 प्रतिशत किया जाने वाले संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी गयी। जिस पर हुई चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ये प्रतिक्रिया सामने आई।
बीते गुरुवार लोकसभा सदन में फोन टैपिंग (Phone tapping) के मामले पर जमकर नोकझोंक देखने को मिली। कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्यसभा के सदन में आज होने वाली कार्रवाई के दौरान इस मामले पर हंगामा हो सकता है। इसी सिलसिले में भारतीय जनता पार्टी के सांसद भूपेंद्र यादव ने राज्य सरकारों द्वारा फोन टैपिंग के बढ़ते मामलों को लेकर आज राज्यसभा सदन में जीरो आवर के लिए नोटिस दियाष दूसरी ओर कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रताप सिंह ने डीजल पेट्रोल और गैस के बढ़ती की कीमतों के मद्देनज़र गरीब परिवारों पर पड़ने वाले प्रभाव से जुड़े मसले पर चर्चा के लिए राज्यसभा में शून्यकाल के आवाह्न का नोटिस दिया।
देश भर में फिर से तेजी से बढ़ रहे कोरोना संकट का हवाला देते हुए टीकाकरण की जरूरतों पर तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत राय ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव (Adjournment motion) का नोटिस दिया। मौजूदा सत्र के शुरुआती दो दिनों का कामकाज बिल्कुल सामान्य तौर पर जारी रहा और कई अहम बिल भी सदन पटल पर पेश किये गये। इस सत्र में दोनों सदनों में कई अहम प्रस्ताव और बिल किये जाने की संभावना है।