न्यूज डेस्क (निकुंजा राव): हाल ही के सालों में भारत और अमेरिकी द्विपक्षीय संबंधों (Indo-America Bilateral Relation) के तहत कई समझौते, संधियां और आपसी सहमति बनी है। इस और मजबूती देने के लिए कल अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेगें। हाल ही में लद्दाख में नियंत्रण रेखा की पूर्वी मोर्चे पर भारत और चीन की लंबे वक्त तक चली तनातनी के बाद ये पहला मौका है जब बाइडेन प्रशासन का कोई शीर्ष मंत्री भारत के दौरे पर है। तयशुदा कार्यक्रम के तहत लॉयड ऑस्टिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी बातचीत करेंगे। इस दौरान माना जा रहा है कि चीनी के आक्रमक तेवरों, इंडिया-पैसिफिक में ड्रैगन के बढ़ते दबदबे और अफगान शांति प्रक्रिया (Afghan peace process) जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हो सकती है।
इससे पहले अमेरिकी रक्षा मंत्री जापान और दक्षिण कोरिया का आधिकारिक दौरा भी कर चुके है। गौरतलब है कि हाल ही में क्वाड़ के मंच तले भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के शीर्ष नेता हिंद प्रशांत क्षेत्र में स्थाई शांति और सहयोग को बढ़ाने के मसले पर गहन चर्चा कर चुके हैं। अंतर्राष्ट्रीय मामलों के जानकारों के मुताबिक दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच होने वाली ये बातचीत क्वाड़ के मसौदे के तहत द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने की कवायद का हिस्सा है।
भारत की ओर से जारी अमेरिकी रक्षा मंत्री के लिए कार्यक्रम की रूपरेखा कुछ इस तरह तैयार की गयी है। शनिवार तड़के सुबह लॉयड ऑस्टिन नेशनल वॉर मेमोरियल पर अमर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद वो सीधे साउथ ब्लॉक की ओर रुख करेंगे। जहां उन्हें भारतीय सेना द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर (Guard of Honor by the Indian Army) दिया जायेगा। इसके बाद उनकी मुलाकात राजनाथ सिंह से होगी। इस बैठक में दोनों देशों के सुरक्षा अधिकारी और रक्षा प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।
बैठक के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधि संयुक्त बयान जारी कर बैठक के एजेंडे का खुलासा मीडिया के सामने करेंगे। संभावित रूप से माना जा रहा है कि साउथ ब्लॉक में ही ऑस्टिन लॉयड की मुलाकात राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस.जयशंकर से होगी। माना जा रहा है कि इस दौरान दोनों देशों के बीच सुरक्षा साझेदारी मजबूत करने और बड़ी हथियारों की खरीद से जुड़ी डिफेंस डील का खुलासा भी हो सकता है। गौरतलब है कि हाल ही में लॉयड ऑस्टिन की दक्षिण कोरिया यात्रा से किम जोंग उन की बहन खासा खफा हुई थी। जिसके लिए उन्होंने आपत्ति दर्ज करवाते हुए वाशिंगटन को गंभीर नतीज़े भुगतने की चेतावनी दी थी।