न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के बाद अब महाराष्ट्र एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड (Maharashtra Anti Terrorist Squad) मुंबई में मुबंई अंबानी के घर एंटीलिया के पास मिले विस्फोटकों की जांच और ठाणे के कारोबारी हिरेन मनसुख की मौत मामले में सचिन वझे की हिरासत एनआईए से मांगेगा। सूत्रों के मुताबिक एटीएस ठाणे सेशन कोर्ट में सचिन वझे की एंटीसिपेटरी बेल की पिटीशन (Anticipatory bell’s petition) का विरोध करेगी। जिसके बाद वो सचिन वझे को हिरासत में लेकर इंटरोगेट करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
हाल ही में ठाणे जिला सत्र न्यायालय में सचिन वझे ने एंटीसिपेटरी बेल के लिए याचिका दायर की थी। इस बीच नेशनल इंटीग्रेशन एजेंसी में पुख्ता सबूतों की रोशनी में ये दावा किया कि बीते 25 फरवरी को देर रात मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास जिलेटिन रॉड से भरी महिंद्रा स्कार्पियो कार के पास सचिन वझे की मौजूदगी दर्ज गयी। अपने इस बयान को मजबूती देने के लिए एनआईए ने सीसीटीवी फुटेज को कोर्ट के सामने पेश किया। जिसके बाद पुख्ता तौर पर ये माना जा रहा है कि सचिन वझे ही इस केस का मुख्य अभियुक्त है।
गौरतलब है कि संदिग्ध महिंद्रा स्कार्पियो कार थाणे के व्यवसायी मनसुख हिरेन की थी। जो 5 मार्च को ठाणे में ही मृत पाया गया। शक के आधार पर एनआईए ने सचिन वझे को धर दबोचा। न्यायिक प्रक्रिया का पालन करते हुए उसे ठाणे जिला सत्र न्यायालय में पेश किया। गिरफ्तारी के बचने के लिए सचिन की ओर से न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका दायर की गयी। न्यायालय ने बीते 12 मार्च को याचिका खारिज करते हुए अंतरिम राहत देने से इंकार कर दिया। जिसके बाद माननीय कोर्ट ने उद्धव सरकार को तलब करते हुए नोटिस जारी किया। आज फिर से इस मामले पर न्यायिक ज़िरह (Judicial examination) होगी।
एनआईए के सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक मनसुख मौत मामले में महाराष्ट्र एटीएस ने जब सचिन से पूछताछ की तो सचिन का रवैया एटीएस अधिकारियों को लेकर काफी बेअदबी (Coarseness) भरा रहा। माना जा रहा है कि इससे सचिन की मुश्किलें और भी बढ़ सकती है। एटीएस को दर्ज कराई प्राथमिकी में मनसुख की पत्नी विमला ने अपनी पति की हत्या में सचिन वझे पर शक ज़ाहिर किया।