न्यूज़ डेस्क (उर्मिला): विश्व में ऐसा पहली बार हुआ है की आधिकारिक रूप से अमेरिका के फ्लोरिडा में एक ऐसे बच्चे ने जन्म लिया जिसके खून में कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ने वाले एंटीबॉडीज (antibodies) पाए गए हैं। ये एंटीबॉडीज ऐसे प्रोटींस होते हैं जो शरीर के किसी भी वायरस से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करते हैं।
बताया जा रहा है कि, बच्चे की मां को डिलिवरी से 3 सप्ताह पहले कोरोना के टीके की पहली डोज दी गई थी और फिर इसके बाद उन्हें 28 दिनों बाद दूसरी डोज भी दे दी गई थी। वैसे तब तक उन्होंने एक तंदरुस्त बच्चे को जन्म दे दिया था और इसको पूरी दुनिया में COVID-19 के अध्ययन पर एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
बता दें, COVID-19 एंटीबॉडी के साथ पैदा होने वाले नवजात शिशुओं को इनफ़ेक्शन होने का खतरा कम रहता है साथ ही साथ अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी इन्फेक्शन होने का भी खतरा कम हो जाता है।
ऐसा ही अमेरिका में एक नवजात शिशु में कोरोना वायरस के इस मामले में देखा गया, जहां डॉक्टर ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि प्रेगनेंसी के दौरान कोरोना वायरस के टीकाकरण का खतरा, सुरक्षा और प्रभावकारिता की पहचान करने के लिए शोध कर लेना हमारे लिए बेहद हो आवश्यक है।