न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): भारत सरकार नेकथित तौर पर कर चोरी करने के लिए टिकटॉक (TikTok) की मूल कंपनी बाइटडांस के दो बैंक खातों को ब्लॉक कर दिया है।समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने इस आदेश को रद्द कराने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है। कंपनी को डर है कि इसके उसके कामकाज पर बुरा असर पड़ेगा।रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि केन्द्र सरकार ने मार्च महीने के दौरान सिटीबैंक और एचएसबीसी में चीनी फर्म के दो बैंक खातों को बंद करने का आदेश दिया था। भारत में बाइटडांस यूनिट और सिंगापुर में इसकी मूल इकाई TikTok Pte Ltd.के बीच ऑनलाइन विज्ञापनों में टैक्स चोरी करने का मामला सामने आया था।
सूत्रों के मुताबिक सिटी बैंक और एचएसबीसी बैंक अधिकारियों के निर्देश दिया गया है कि, वो बाइटडांस इंडिया को उसके टैक्स आइडेंटिटीफिकेशन नंबर से जुड़े बैंक खातों में किसी भी तरह की ट्रांजेक्शन को रोके। बाइट्सडांस इंडिया के बैंक खातों को फ्रीज करने का निर्देश पिछले साल कर अधिकारियों द्वारा कंपनी के कार्यालय में दस्तावेजों की छानबीन करने के बाद जारी किया गया। जांच और पूछताछ में सामने आया कि मूल इकाई के साथ विज्ञापन और अन्य लेनदेन में बड़ी खामियां पायी गयी है। कंपनी ने कहा है कि वो इस मामले में टैक्स अथॉरिटी से पूरी तरह असहमत है। कंपनी कानून का पालन करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसी तरह की जांच और छानबीन में वो भारत सरकार का पूरा सहयोग करेगी।
बाइटडांस ने इस फैसले के खिलाफ बयान जारी किया। देशभर में इस कंपनी के लिए करीब 1,300 कर्मचारी काम करते है। जिनमें से ज़्यादातर विदेशों के लिए अपनी ऑप्रेशनल सेवायें मुहैया करवाते है। जिनमें खासतौर से शामिल है कॉन्टेंट मॉडरेशन से जुड़ा काम। कोर्ट में याचिका दायर करते हुए बाइटडांस इंडिया ने कहा है कि हालांकि उसके बैंक खातों में सिर्फ $ 10 मिलियन थे, लेकिन उनके बैंक खातों को ब्लॉक करने के लिए गलत तरह से कानूनी प्रक्रिया का इस्तेमाल किया गया है। इससे कंपनी को वेतन और करों का भुगतान करना मुश्किल हो जाएगा।
नई दिल्ली द्वारा भारत और चीन के बीच सीमा संघर्ष के बाद पिछले साल लोकप्रिय वीडियो ऐप टिकटॉक को भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया। केन्द्र द्वारा प्रतिबंध बरकरार रखने का फैसला करने के बाद जनवरी महीने में बाइटडांस ने भारतीय कर्मचारियों की संख्या में भारी कटौती की। चीन ने भारत के इस कदम की बार-बार आलोचना की और कहा कि ये कदम विश्व व्यापार संगठन के नियमों के खिलाफ था। सरकार ने पिछले साल सुरक्षा मुद्दों का हवाला देते हुए कई अन्य चीनी ऐप के साथ टिकटॉक को प्रतिबंधित कर दिया था।