न्यूज़ डेस्क (प्रियंवदा गोप): मेरठ में एक दिलचस्प वाकया सामने आया। जहां पुलिस इंस्पेक्टर ने पीड़ित की एफआईआर दर्ज करने की बजाये उसे गायत्री मंत्र पढ़ने, चंदन लगाने और शांतिकुंज हरिद्वार में जाने की सलाह दी। मामला नौचंदी इलाके का है। जहां इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा ने हनीट्रैप में फंसे एक पीड़ित व्यक्ति की एफआईआर दर्ज करने की बजाये उसे एक पर्ची पकड़ायी। जिसमें उसकी समस्या का निवारण 3 दिन में करने की बात लिखी हुई थी। पर्ची में लिखा था कि शांतिकुंज हरिद्वार में रहकर गायत्री मंत्र की दीक्षा लेने के बाद पीड़ित की सभी समस्यायें खत्म हो जायेगी। साथ ही गायत्री मंत्र की माला का भी ब्रह्म मुहूर्त में 108 बार जाप करना है।
पीड़ित शख्स ने इस मामले की जानकारी आईजी को दी। जिसके बाद पीड़ित की तहरीर पर शिकायत दर्ज हो सकी। साथ ही आईजी के आदेश पर इंस्पेक्टर के खिलाफ प्रारंभिक विभागीय जांच बैठाने के आदेश दे दिये गये हैं। इलाके के लोगों के मुताबिक इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा लंबे समय से आम लोगों की शिकायतों को दरकिनार करते हुये आ रहे थे। जिस पर कई आला अधिकारी चुप्पी साधे हुये थे।
पीड़ित शख्स का नाम हेमंत गोयल बताया जा रहा है, उन्होंने पुलिस को बताया कि पिछले साल फरवरी महीने में मोदीनगर में उन्हें एक महिला मिली। जिसने दावा किया कि उसका उसके पति से न्यायालय में विवाद चल रहा है। जिसके बाद हेमंत गोयल उनके साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे। इस दौरान हेमंत को लगने लगा कि महिला और उसका बेटा उसकी प्रोपर्टी पर नज़र गड़ाये बैठे है। इसी क्रम में महिला और उसके बेटे ने हेमंत गोयल की पिटाई कर दी। साथ ही मकान पर कब्जा कर लिया। जिसकी शिकायत लेकर हेमंत गोयल नौचंदी थाने पर इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा के पास पहुंचे थे। जिन्होनें हेमंत को मंत्रजाप और दीक्षा लेने की सलाह दी।
हेमंत के वकील के मुताबिक इंस्पेक्टर ने उन्हें ये सलाह देकर उन्हें टालने की कोशिश की। इस घटनाक्रम के बाद महिला और उसके बेटे ने हेमंत की दोबारा पिटाई की। जिसके बाद हेमंत एक बार फिर से इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा के पास शिकायत लेकर पहुँचे तो इंस्पेक्टर शर्मा ने उन पर गंगाजल छिड़ककर थाने से वापस बैरंग वापस लौटा दिया।
तीसरी बार पिटाई होने पर हेमंत में एक फिर दुबारा शिकायत लेकर नौचंदी थाने पहुँचे। इस बार इंस्पेक्टर शर्मा ने समस्या के समाधान के लिये एक पर्ची थमा दी। मजबूरन हेमंत को इस बात की शिकायत इंस्पेक्टर जनरल प्रवीण कुमार से करनी पड़ी। मामले पर तुरन्त संज्ञान लेते हुए आईजी ने एसएसपी को तलब किया। जिसके बाद सर्किल ऑफिसर ने हेमंत की शिकायत दर्ज की। इसके साथ ही आईजी के निर्देशों पर इंस्पेक्टर शर्मा के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गयी।