न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): मुंबई मेयर किशोरी पेडनेकर ने गुरुवार को अप्रत्यक्ष तौर पर कहा था कि, मुंबई में कुछ प्रतिबंध लगाये जा सकते हैं, जिसमें लोकल ट्रेनों पर प्रतिबंध भी शामिल हैं।इसी मुद्दे पर मुंबई महापौर किशोरी पेडनेकर मीडिया से कहा कि, कोई भी लॉकडाउन नहीं चाहता लेकिन जिस तरह से मामले बढ़ रहे हैं और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे पर दबाव बढ़ता जा रहा है। उसे ध्यान में रखते हुए कुछ सख्त उपाय करने होंगे। लोकल ट्रेन में पहले की तरह सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े कर्मचारी ही सफर कर सकेगें।
उन्होनें आगे कहा कि कोरोना संक्रमण में उछाल के कारण बेड और वेंटिलेटर की कमी भी देखी जा रही है। समाचार एजेंसी एएनआई ने पेडनेकर के हवाले से कहा कि मुंबई में रोजाना मामले बढ़ रहे हैं। ये चिंता का विषय है। हम पिछले मार्च से लोगों से ही अपील कर रहे थे लेकिन लोग लापरवाही दिखा रहे हैं। गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को महाराष्ट्र से संक्रमण के 47,828 नये मामले दर्ज किये गये। बीते साल मार्च 2020 में महामारी के भारत पहुंचने के बाद से ये अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को दावा किया कि अगर लोगों ने अपनी अनावश्यक गतिविधियों नहीं रोकी तो कोरोनो वायरस संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए पूरी तरह से लॉकडाउन लगा दिया जायेगा। महाराष्ट्र में अब रोजाना सामने आने वाले केसों के आंकड़ें बीते छह महीने के रिकॉर्ड स्तर से काफी ज़्यादा है। एक टीवी चैनल पर बयान देते हुए उन्होनें कहा कि अगर हालात सामान्य नहीं होते तो हमारी सरकार अगले कुछ दिनों में पूरी लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रही है। लोग मास्क पहनना और अनावश्यक यात्रा से बचने जैसी आवश्यक सावधानियां नहीं बरत रहे। प्रदेश के हालात लगातार चिंताजनक बनते जा रहे है। अगर यहीं स्थिति बनी रहती है तो अगले 15-20 दिनों में महाराष्ट्र का स्वास्थ्य ढ़ांचा चरमरा जायेगा।
इस बीच महाराष्ट्र के पुणे में धार्मिक स्थल, होटल, बार, शॉपिंग मॉल और मूवी थिएटरों को बढ़ते संक्रमण के मद्देनज़र तीन अप्रैल से सात दिनों के लिये बंद कर दिया गया है। शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक जिले भर में कर्फ्यू लगा रहेगा। इस दौरान भोजन, दवाओं और अन्य आवश्यक सेवाओं की होम डिलीवरी की इज़ाजत होगी। इसी क्रम में छत्तीसगढ़, पंजाब, केरल, तमिलनाडु, गुजरात और मध्य प्रदेश में भी कोरोना वायरस की रफ्तार लगातार बढ़ रही है।