न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत जॉन केरी (US President’s Special Envoy John Kerry) आज से (5 अप्रैल 2021) से जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर बातचीत करने के लिये नई दिल्ली की विशेष यात्रा पर है। इस दौरान अमेरिकी प्रशासन में कहा कि उनकी ये यात्रा जलवायु संकट के समाधान का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस दौरान केरी नई दिल्ली की चार दिवसीय यात्रा पर होंगे। तयशुदा कार्यक्रम के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में वो अपने समकक्ष पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर के साथ इस ज्वलंत मुद्दे पर गहन चर्चा करेगें।
नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि, नई दिल्ली में विशेष राष्ट्रपति दूत केरी भारत सरकार, निजी क्षेत्र और गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात करेंगे। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक और विज्ञान और नवाचार में भारत वैश्विक नेता के रूप में जलवायु संकट के समाधान का अहम हिस्सा है। हम भारत को भविष्य की स्वच्छ ऊर्जा अनुसंधान, विकास और तैनाती के लिए महत्वपूर्ण भागीदार के तौर पर देखते है।
कैरी की ये नई दिल्ली यात्रा उस समय में हो रही है। जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन 22 से 23 अप्रैल के दौरान जलवायु शिखर सम्मेलन और आगामी 26 नवंबर को कोप-26 के संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज में हिस्सा लेने वाले है। इस महीने के आखिर में होने वाले जलवायु शिखर सम्मेलन में भारत को आमंत्रित किया गया है। ये दूसरी बार होगा जब पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन पिछले महीने की क्वाड मीटिंग के बाद एक साथ वर्चुअल समिट में शामिल होंगे।
विशेष राजदूत के प्रवक्ता ने कहा, अमेरिकी प्रशासन के लिए का सारा ध्यान स्वच्छ, शून्य और कम से कम कार्बन इंवेस्टमेंट के जरिये भारत के डीकोर्बोनाइजेशन प्रयासों को समर्थन देकर प्रोत्साहित करना है और साथ ही इसके तहत जीवाश्म ऊर्जा का न्यूनतम इस्तेमाल करने में भारत का समर्थन करना है। भारत यात्रा के दौरान केरी विदेश मंत्री डॉ. एस.जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से भी मुलाकात करेंगे।