न्यूज डेस्क (निकुंजा राव): देशभर में COVID-19 का संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र और पंजाब दो ऐसे राज्य हैं, जहां पिछले एक पखवाड़े से कोरोनोवायरस संक्रमण के सबसे ज़्यादा मामले सामने आये। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ कैबिनेट सचिव की बैठक में पेश किये गये दस्तावेजों में बताया गया कि ये दोनों राज्य उन पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से हैं, जहां पुराने साल की तरह रोजाना संक्रमण के आने वाले मामलों की तादाद दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। इनमें चंडीगढ़, छत्तीसगढ़ और गुजरात खासतौर से शामिल हैं।
11 राज्यों में बिगड़े हालात
महाराष्ट्र में 23 मार्च तक पिछले सात दिनों में रोजाना आने वाले नये मामलों की वृद्धि दर 3.6 फीसदी थी और पंजाब में ये 3.2 प्रतिशत थी। महाराष्ट्र में 31 मार्च से पहले के दो हफ्तों में 4,26,108 मामले सामने आये जबकि पंजाब में 35,754 मामले इसी अवधि में सामने आये। वहीं 31 मार्च तक इन दो हफ्तों में देश में COVID-19 की वजह से मरने वालों में 60 फीसदी मरीज महाराष्ट्र और पंजाब के थे। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 11 राज्य- महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली और हरियाणा में रोजाना आने वाले नये कोरोना इंफेक्शन के मामले और उच्च मृत्यु दर के कारण स्थिति गंभीर चिंताजनक बनी हुई है। बीते 14 दिनों में 31 मार्च तक इन राज्यों से COVID-19 के 90% मामले सामने आये और 90.5% लोग महामारी के चपेट में आकर मारे गये।
RT-PCR के जरिये 70 फीसदी टेस्ट
इन राज्यों से कहा गया है कि वे परीक्षण की रफ्तार बढ़ाये और संक्रमण दर को पांच प्रतिशत या उससे कम रखने की कोशिश करें। राज्यों को आरटी-पीसीआर के माध्यम से 70 प्रतिशत परीक्षण करने और जल्द से जल्द नतीज़े देने की सलाह दी गयी है। साथ ही राज्यों को मरीजों की मौतों को रोकने के लिये सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को मजबूत करने की सलाह दी गयी। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को समय पर टीकाकरण के लिए पात्र लोगों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने और पर्याप्त वैक्सीन खुराक रखने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ कॉर्डिनेशन बनाये रखने के लिये कहा गया है।