एजेंसियां/न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): कोरोना इंफेक्शन (Corona Infection) के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच नेपाल चीनी वैक्सीन के सहारे टीकाकरण का दूसरा चरण जल्द ही शुरू करेगा। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस कथित चीनी वैक्सीन की सुरक्षा, मंजूरी, मानकों और प्रभावी शीलता को लेकर गंभीर चिंता जतायी थी। नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक टीकाकरण का दूसरा चरण आगामी बुधवार से शुरू होगा। इसके तहत फ्रंटलाइन वर्कर्स और चीन के साथ कारोबार में लगे लोगों को टीके लगाये जायेगें।
फिलहाल नेपाल में संभावित तौर पर करीब नौ लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी है। इसके अलावा चीन से हासिल की गयी वैक्सिंग से करीब चार लाख नेपाली नागरिकों का टीकाकरण किया जायेगा। खास बात ये है कि बीती 18 फरवरी तक नेपाली सरकार ने अपने मानकों के आधार पर इस चीनी टीके के इस्तेमाल को आधिकारिक मंजूरी नहीं दी थी। दूसरी ओर श्रीलंका और वियतनाम भी इस टीके का इस्तेमाल करने से झिझक रहे हैं।
कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुये नेपाल ने चीन से सटी अपनी सीमा को सील कर दिया है। जिसके कारण इन इलाकों में रहने वाले वो लोग जो चीन से कारोबार करते है। उनकी आमदनी पर गहरे संकट के बादल मंडरा रहे है। स्थानीय कारोबारियों के साथ ही मजदूरों को भी रोजी-रोटी के संकट से दो-चार होना पड़ रहा है। हाल ही में श्रीलंकाई सरकार से जुड़े कई वरिष्ठ स्वास्थ्य सलाहकारों ने चीन की कोरोना वैक्सीन सिनोफार्म के इस्तेमाल से बचने की सलाह दी थी।