न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): गैंगस्टर से नेता बने बाहुबली मुख़्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को यूपी पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच बांदा जेल पहुँचा दिया है। पंजाब रोपड़ से बांदा पहुँचने के सफर के दौरान कई लोगों में सोशल मीडिया पर कयास लगाये थे कि मंजिल तक पहुँचने से पहले गाड़ी पलट सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पुलिस का काफिला (Police convoy) तड़के सवेरे 04:30 बांदा पहुँचा। यूपी पुलिस ने 26 मार्च को सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी आदेश पर कार्रवाई करते हुए बसपा विधायक को हिरासत में ले लिया था। अब अंसारी को बांदा जेल में रहकर ही न्यायिक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। जेल में उसे अतिरिक्त गारद के तैनाती के बीच बैरक नंबर 15 में रखा जायेगा।
यूपी पुलिस के मुताबिक मुख़्तार अंसारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश समेत दूसरे राज्यों में लगभग 52 मामले दर्ज हैं। इस बीच अंसारी ने दो साल पंजाब जेल में बिताये। अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी ने अपने पति की जान को खतरा बताते हुए सर्वोच्च न्यायालय में अपील की थी। उन्हें डर था कि यूपी पुलिस फर्जी मुठभेड़ में मुख़्तार अंसारी को ना मारे। साथ ही उन्हें स्वतंत्र और निष्पक्ष मुकदमे का सामना करते हुए अपना पक्ष रखने का मौका मिले। जिसके लिए वो चाहती थी कि सर्वोच्च न्यायालय इस मामले में दिशा-निर्देश जारी करें।
इससे पहले बीते फरवरी महीने में यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पंजाब में अंसारी ने सांठगांठ कर ली है। पंजाब सरकार मुख़्तार अंसारी का बचाव कर रही है। जो कि यूपी में कई अपराधिक मामलों का वांछित आरोपी है। अपने बचाव के लिए वो पंजाब की जेल में रह रहा है। उत्तर प्रदेश में अंसारी ने अपनी जान को बड़ा खतरा बताते हुए न्यायिक सुनवाई (Court hearing) में शामिल होने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की मांग की है। हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय ने मुख्तार अंसारी की उस याचिका को खाऱिज कर दिया, जिसमें उसने अपने खिलाफ लंबित मामलों की सुनवाई उत्तर प्रदेश से दिल्ली ट्रांसफर करने की गुहार लगायी थी।
मऊ से विधायक अंसारी जनवरी 2019 से पंजाब की रोपड़ जेल में बंद थे। जहां उन्हें जबरन वसूली मामले में रखा गया था। अंसारी के खिलाफ कई प्रोडक्शन वारंट जारी किये गये थे, लेकिन पंजाब पुलिस ने उनकी बीमारी और सेहत का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश में स्थानांतरित करने की अनुमति नहीं दी।