न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): उत्तर प्रदेश (UP) के शामली जिले से स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आयी। COVID-19 वैक्सीन लेने गयी तीन बुजुर्ग महिलाओं को कुत्तों वाला इंजेक्शन (एंटीरेबीज वैक्सीन) लगा दिया गया। एक महिला की हालत गंभीर होने के बाद स्वास्थ्य केंद्र में अफरातफरी मच गयी। जिसके बाद महिला के परिजनों ने मौके पर जमकर हंगामा किया और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) से कार्रवाई की मांग की।
जहां राज्य सरकार लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए COVID-19 टीकाकरण अभियान के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, वहीं शामली के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी कोरोना और रेबीज के टीके के बीच फर्कं को समझने में नाकाम दिखे। मामला शामली के कांधला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। गुरुवार (8 अप्रैल 2021) को सरोज (70), अनारकली (72) और सत्यवती (60) कोरोनो वायरस वैक्सीन की पहली खुराक लेने के लिये सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। आरोप है कि स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों ने सभी लोगों को बाहर से 10 रुपये का खाली सिरिंज (Empty syringe) लाने को कहा, जिसके बाद तीनों महिलाओं को कुत्तों वाला टीका यानि कि एंटीरैबीज वैक्सीन का इंजेक्शन (Injection of antirabies vaccine) लगा दिया गया।
कोरोना वैक्सीन की जगह एंटीरेबीज वैक्सीन का इंजेक्शन लगने के बाद जैसे महिला अनारकली घर पहुँची तो उनकी हालत बिगड़ने लगी। सरोज को बुरी चक्कर आने लगे और भारी बेचैन के साथ घबराहट होने लगी, जिसके बाद परिवार के लोग उसे प्राइवेट डॉक्टर के पास ले गये। जहां डॉक्टर को अनारकली ने स्वास्थ्य केंद्र से मिली पर्ची दिखाई। पर्ची देखकर डॉक्टर हैरान रह गये। जिसके बाद डॉक्टर उनके परिजनों को बताया कि उन्हें कोरोना वैक्सीन की जगह कुत्तों के काटने पर लगाया जाने वाला इंजेक्शन दिया गया है।
डॉक्टर ने महिला के परिवार को बताया कि उसे स्वास्थ्य केंद्र पर रेबीज का टीका लगाया गया है। मामले का खुलासा होने पर तीनों महिलाओं के परिवार वालों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुँचकर जमकर हंगामा किया। तीनों महिलाओं जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय अग्रवाल से इस मामले की शिकायत करने के साथ दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
जिला मजिस्ट्रेट जसजीत सिंह ने आश्वासन देते हुए कहा कि, कंधला सीएचसी का एक मामलान सामने आया है। मामले में एसीएमओ और सीएमओ पीड़ित पक्ष की बात सुनेगें। इसके साथ वो प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर पूरी जाँच करेंगे। मामले में जो भी दोषी होगा। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।
पहले भी हुई लापरवाही, दो बार लगा महिला को टीका
पिछले दिनों कानपुर देहात के मडोली से भी ठीक ऐसी ही लापरवाही का मामला सामने आया था, जहां कमलेश देवी नामक महिला पीएचसी में टीका लगवाने गयी हुई थी। जब वो टीका लगवाने पहुँचती उस दौरान नर्स फोन पर किसी से बात कर रही थी। फोन पर बात करते करते नर्स ने उन्हें दो बार टीका लगा दिया।
जब कमलेश देवी ने नर्स को इस बारे में बताया तो उसने अपनी गलती मान ली। इस मामले का खुलासा होने पर महिला के परिवार वालों ने जमकर बवाल काटा था।