न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): आजमगढ़ (Azmagarh) के महाराजगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत औघड़गंज इलाके में बीते रविवार आग लग गयी। जिसने कुछ ही देर के अंदर पूरी बस्ती को तबाह कर दिया। इस इलाके को औघड़गंज के अलावा नौबरार देवारा जदीद किता प्रथम नाम से भी जाना जाता है। स्थानीय लोगों के मुताबिक बीते रविवार (11 अप्रैल 2021) दोपहर के वक्त एक रिहायशी मड़ई (फूस की झोपड़ी) में अनजाने कारणों से आग लयी गयी। जिसने पल भर में ही पूरी बस्ती को खाक कर दिया।
तेजा हवाओं के कारण आग लगातार बढ़ती चली गयी। जिसकी वजह से लोगों को राहत और बचाव का काम करने का मौका ही नहीं मिला। इस बेकाबू आग में करीब 100 मड़ई (फूस की झोपड़ी) और 200 बीघा खड़ी फसल जलकर राख हो गयी। इसके साथ ही लोगों के घरों में रखे थे सिलेंडर फटने से हर कोई दहशत (Panic) में था। इस घटना के दौरान 2 बच्चे जिंदा जल गये साथ ही दो गाय और एक बकरी झुलस कर मर गयी। आग बुझाने की कवायद में लगे करीब आधा दर्जन लोग भी इस घटना में बुरी तरह झुलस गये।
सभी स्थानीय ग्रामीण अपनी आंखों के सामने अपने घरों को जलता देख बुरी तरह सदमे में थे। कई लोग तो बदहवाश होकर अपने परिवार के लोगों को इधर-उधर ढूंढ रहे थे। सूचना देने के बावजूद फायर ब्रिगेड की गाड़ी करीब 2 घंटे बाद मौके पर पहुंची। जिसे लेकर लोगों में भारी गुस्सा था। इस घटना के बाद से 100 से भी ज्यादा लोगों के सामने रोजी-रोटी और छत का संकट मंडरा रहा है। आगजनी की जानकारी मिलते ही एसडीएम गौरव कुमार और तहसीलदार विजय उपाध्याय टीम समेत मौके का मुआयना करने के लिए मौके पर पहुंचे। रेवेन्यू डिपार्टमेंट (Revenue department) ने आग लगने के कारणों और इससे हुए नुकसान का आकलन करने के लिए विशेष टीमों का गठन कर दिया है। खब़र लिखे जाने तक आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया।