न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): सूत्रों के मुताबिक उत्तराखंड सरकार और धार्मिक नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद पुख्ता तौर पर ये फैसला लिया जा सकता है कि, इस साल के कुंभ मेला (Kumbh Mela 2021) को तयशुदा वक़्त से दो हफ्ते पहले ही खत्म किया जा सकता है। कुंभ मेला के इस आयोजन में लाखों लोग हरिद्वार में जुटे हुये हैं। जो कि इस आयोजन के दौरान गंगा में डुबकी लगायेगें। उत्तराखंड प्रशासन ने कुंभ मेला के लिए विशेष आईजी की नियुक्ति कर रही है। जो कि आयोजन में सुरक्षा व्यवस्था संभालने के साथ-साथ कोरोना वायरस प्रोटोकॉल (Corona virus protocol) की भी देखरेख कर रहे हैं, लेकिन शाही स्नान के दिन सभी कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ते देख उत्तराखंड सरकार को धार्मिक नेताओं से इस मुद्दे पर बातचीत करने लिये मजबूर होना पड़ा।
आज निर्धारित शाही स्नान का तीसरा दिन था। तड़के सुबह साधुओं और भक्तों की बड़ी टोली ने हर की पैड़ी पर डुबकी लगायी। राज्य सरकार के मुताबिक दोपहर दो बजे तक 9,43,452 श्रद्धालु गंगा में स्नान का लाभ ले चुके थे। इस दौरान उत्तराखंड पुलिस कोरोना नियमों का पालन करवाने में पूरी तरह नाकाम दिखी। मात्र कुछ लोगों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करने के लिये जुर्माना लगाकर खानापूर्ति की गयी। पुलिस ने खुद माना कि मुख्य घाटों पर भारी तादाद में लोगों की मौजूदगी को देखते हुये जुर्माना लगाना बेहद पेचीदा काम है। इसी क्रम में कुंभ का अगला शाही स्नान और चौथा 27 अप्रैल को है।
सूत्रों के मुताबिक जिस तरह से चुनिंदा भारतीय मीडिया समूहों में कुंभ के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग नियमों और कोरोना प्रोटोकॉल्स का उल्लंघन करने से जुड़ी खबरें चलायी। उसके मद्देनजर उत्तराखंड सरकार पर भारी दबाव है। जिसके लिए राज्य प्रशासन (State Administration) ने कुंभ में शामिल कई दिग्गज अखाड़ों के साधु संतों और प्रतिनिधियों से बातचीत कर उन्हें मनाने की कोशिश की, ताकि वे सभी हरिद्वार से चले जाये और कुंभ के आयोजन को जल्दी से जल्दी खत्म करवाया जा सके।
इस मेले के आयोजन में आने वाले दिनों के दौरान और भी लाखों लोगों की भीड़ उमड़ेगी। जिसे मौजूदा महामारी के हालातों में संभालना राज्य प्रशासन के बस की बात नहीं दिख रही है। अब तक हुए तीनों शाही स्नानों के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की खुलकर धज्जियां उड़ायी गयी। इस दौरान अखाड़ों के साधु-संत और उनके अनुयायी घाटों पर बगैर मास्क के नज़र आये। इसी तरह उन्होंने गंगा में आस्था की डुबकियां भी लगायी। गौरतलब है कि बीते मंगलवार के दौरान पूरे उत्तराखंड से 1,925 कोरोना संक्रमण के नये मामले दर्ज किये गये। राज्य में एक दिन में संक्रमित हुये लोगों की ये अब तक कि सबसे ज़्यादा तादाद है। इसके साथ ही दो दिनों के दौरान हरिद्वार से कुल एक हज़ार कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किये गये।