एजेंसिय़ां/ न्यूज डेस्क (वृंदा प्रियदर्शिनी): संयुक्त अरब अमीरात के राजनयिक युसूफ अली ओतैबा (UAE Diplomat Yusuf Ali Otaiba) ने खुलासा करते हुए बताया कि, उनका मुल्क भारत और पाकिस्तान के बीच दूरियां पाटने का काम कर रहा है। ओतैबा के मुताबिक यूएई दोनों देशों के बीच सामरिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को बेहतर करने के लिए पुरजोर प्रयास कर रहा है। इसके साथ ही कश्मीर समेत कई विवादास्पद मुद्दों पर वो दोनों देशों के बीच साझा समझ बनाने के लिए अगुवाई भी करेगा। उनका ये खुलासा ऐसे वक्त में सामने आया जब कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया एजेंसियां ये दावा कर रही है कि, दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच दुबई में संबंधों को बेहतर बनाने के लिए एक गुप्त वार्ता चल रही है। युसूफ अली ओतैबा ने हाल ही में इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात के बीच अब्राहम संधि लागू करवाने में अहम भूमिका का निर्वाह किया था।
चर्चा का बाजार इस बात को लेकर भी गर्म है कि, भारत और पाकिस्तान के बीच यूएई मध्यस्थ की भूमिका में है। ऐसा पहली बार देखा गया है कि किसी देश का राजनयिक आधिकारिक तौर पर मध्यस्थता और शांति वार्ता करवाने के बात खुलेआम स्वीकार कर रहा है। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के हूवर इंस्टिट्यूशन (Hoover Institution of Stanford University) की ओर से आयोजित कार्यक्रम के दौरान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के साथ खास बातचीत के दौरान युसूफ अली ओतैबा ने इस बात की कबूल किया। गौरतलब है कि अमेरिका इसी साल 11 सितंबर तक अफगानिस्तान में तैनात अपने सभी सैनिकों को वापस बुलाने जा रहा है। इसके साथ ही वॉशिंगटन अफगानिस्तान में शांति बहाली के लिये नई दिल्ली और इस्लामाबाद की भूमिका को काफी अहम मानता है।
माना जा रहा है कि यूएई की मध्यस्थता के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बीते 25 फरवरी को सीजफायर जारी रखने के मुद्दे पर आम सहमति बनी थी। युसूफ अली ओतैबा के मुताबिक यूएई अपने प्रभाव का इस्तेमाल दोनों देशों के बीच उपजे मतभेदों को खत्म कराने के लिए कर रहा है। इसी क्रम में यूएई में इजराइल से अपने संबंधों को बेहतर किया और साथ ही इथियोपियन्स और एरिट्रियन्स (Ethiopians and Eritreans) के बीच मतभेद खत्म करने में अगुवा की भूमिका अदा की।
दुबई में हुई थी, ISI और RAW की हाईलेवल मीटिंग
हाल ही में इंटरनेशनल न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी एक रिपोर्ट में खुलासा किया था कि, भारत की इंटेलिजेंस एजेंसी रॉ और पाकिस्तानी खुफ़िया एजेंसी आईएसआई के आला अधिकारियों के बीच बीते जनवरी महीने के दौरान एक गुप्त बैठक हुई थी। इस बैठक का एजेंडा कश्मीर में सैन्य तनाव को कम करने से लेकर जुड़ा हुआ था। इस मीटिंग को आयोजित करवाने में संयुक्त अरब अमीरात की काफी अहम भूमिका थी। हालांकि अभी तक भारत की ओर से युसूफ अली ओतैबा और रॉयटर्स की रिपोर्ट को लेकर किसी भी तरह की आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी।